सुमित राजपूत/नोएडा: सरकारी विभाग ख्याल आते ही हर किसी के जेहन में एक ही बात आती है घर से दफ्तर और दफ्तर से घर और बैठे बिठाए आराम की नौकरी. लेकिन नोएडा सेक्टर 35 स्थित बस स्टैंड पर तैनात एआरएम एनपी सिंह ने इस सोच को बदला है. उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के ये पहले ऐसे अधिकारी है, जिन्होंने इस विभाग को अबतक अपने कार्यकाल में 100 करोड़ से ज्यादा का शुद्ध लाभ कमाकर दिया है. जो अभी तक कोई इनके आसपास तो दूर आधे तक नही पंहुचा है. इसलिए इनके सभी उच्च अधिकारी यूपी रोडवेज का लाला नाम से इन्हे पुकारते हैं.
नरेश पाल सिंह 1887 बैच के सलेक्शन अधिकारी हैं. शुरुआत में इन्हे स्टेशन प्रभारी बनाया गया और फिर इन्हे प्रमोशन मिला और ट्रैफिक सुपरडिएंट बन गए. तीसरी बार प्रमोशन हुआ तो 2006 में इन्हे एआरएम ( Assistant Regional manager) सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक पद मिला और पहली बार इन्हे बड़ौत डिपो दिया गया. अबतक इन्होंने बड़ौत, हापुड़, मुजफ्फनगर में अपनी ड्यूटी दी है. जबकि नोएडा बस स्टैंड इनकी चौथी जगह तैनाती है. बीते 18 साल में एआरएम के पद रहकर ये 115 करोड़ शुद्ध लाभ कमाकर यूपी रोडवेज को दे चुके हैं. ये 2023-24 मार्च तक का आंकड़ा है.
घाटे में चल रहे कई बस स्टॉप को किया नंबर वनएनपी सिंह का कहना है, कि ये शुद्ध लाभ वो होता है, जो सभी खर्चे काटकर निकाला जाता है. जिसको नेट प्रॉफिट बोलते है. इस आंकड़े के आधे तक अभी कोई अधिकारी नही पंहुच पाया है. एनपी सिंह ने बताया कि 2006 के बाद बड़ौत, हापुड़, मुजफ्फरनगर, और नोएडा उनकी चौथी ज्वाइनिंग है. उन्होंने आगे बताया कि उनका काम करने का तरीका थोड़ा अलग है. वह टीम वर्क पर भरोसा करते हैं. इसलिए वह जहां भी जाते हैं, सबसे पहले एक टीम बनाते हैं. यात्रियों की सुगमता का ख्याल रखते हुए नियम कानून बनाते हैं.
अधिकारी रोडवेज के लाला नाम से पुकारते हैंएनपी सिंह बताते है, सबसे ज्यादा परेशानी उन्हे बड़ौत में आई थी, वहां के लोकल अराजक तत्वों से कई बार उनकी भिडंत भी हुई. लेकिन बाद में उन्हें हार कर बैठना पड़ा. वहां के लोगों की मनोदशा को चेंज किया. जो बस डिपो हमेशा सबसे ज्यादा लॉस में चलते थी, वो लगातार नंबर वन का अवार्ड जीत रहे हैं. नोएडा बीते तीन सालों हर महीने और हर साल पहले स्थान पर आ रहा है . यही वजह कि सभी अधिकारी इन्हे रोडवेज के लाला नाम से पुकारते हैं.
.Tags: Local18, Noida newsFIRST PUBLISHED : April 7, 2024, 18:00 IST
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