Indian Cricket Team: भारत के कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में अच्छा नहीं रहा. दोनों खिलाड़ी दोनों पारियों में फेल हो गए. हालांकि, भारत ने मैच को 280 रन से जीतकर 2 टेस्ट की सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. कोहली-रोहित के खराब फॉर्म से नाराज पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने बीसीसीआई और सेलेक्टर अजीत अगरकर पर बड़ा आरोप लगाया है.
दलीप ट्रॉफी में नहीं खेले थे कोहली-रोहित
बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के लिए चुने गए बाकी भारतीय खिलाड़ियों के विपरीत रोहित और कोहली को जसप्रीत बुमराह के साथ दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया था. बुमराह को जून में टी20 वर्ल्ड कप जीत के बाद आराम दिया गया था. कोहली और रोहित ने सिर्फ श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में हिस्सा लिया था. उसके बाद दोनों टीम से अलग ही थे. दोनों ने चेन्नई में खराब खेल दिखाया लेकिन रविचंद्रन अश्विन, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और बुमराह के बदौलत भारत ने जीत हासिल की.
टीम को हो रहा नुकसान
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकिनफो के साथ बातचीत में कहा कि अगर कोहली और रोहित दलीप ट्रॉफी में भाग लेते तो चीजें अलग होतीं. उनका मानना है कि दोनों अनुभवी खिलाड़ी इस सप्ताह के अंत में कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट से वापसी करेंगे. उन्होंने सेलेक्टर्स को चेतावनी दी कि कुछ खिलाड़ियों को स्पेशल ट्रीटमेंट देने से भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ी दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है.”
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मांजरेकर ने क्या-क्या कहा?
मांजरेकर ने कहा, ”मैं चिंतित नहीं हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि किसी ने इस तथ्य का ध्यान रखा कि अगर वे कुछ रेड-बॉल क्रिकेट खेलते तो वे बेहतर होते. दलीप ट्रॉफी में उन्हें चुनने का विकल्प था. इसलिए किसी को कुछ खिलाड़ियों को अलग तरह से व्यवहार करने से बचना चाहिए. विराट और रोहित का दलीप ट्रॉफी में नहीं खेलना भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं था, न ही दो खिलाड़ियों के लिए अच्छा था. अगर वे दलीप ट्रॉफी खेलते और रेड-बॉल क्रिकेट में कुछ समय बिताते तो चीजें अलग होतीं. हालांकि, उनके पास सीरीज में वापसी करने की क्षमता है. मैं इस कारण से उनके फॉर्म के बारे में बात नहीं कर रहा. लेकिन इस बात पर ध्यान देना चाहिए और यह लंबे समय से भारतीय क्रिकेट की समस्या रही है कि कुछ खिलाड़ियों को उनके दर्जे के कारण स्पेशल ट्रीटमेंट मिलता है. यह अंततः उस खिलाड़ी को किसी और से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है.”
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कोहली का खराब फॉर्म जारी
कोहली ने इस साल टेस्ट में 4 पारियों में बल्लेबाजी की है और सिर्फ 81 रन बनाए हैं. उनका औसत टेस्ट में 48.74 हो गया है. यह आठ साल के सबसे निचले स्तर पर है. इसके अलावा विराट ने घरेलू मैदान पर 2022 की शुरुआत से सात टेस्ट में केवल 401 रन बनाए हैं, जिसमें पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 186 रनों की पारी शामिल है. एशिया में उन्होंने 2021 से खेले गए 23 पारियों में सिर्फ 654 रन बनाए हैं, जिसमें केवल एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. उनका औसत सिर्फ 29.72 का रहा है.