रिपोर्ट- आदित्य कुमारनोएडा: उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्ध नगर के जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. इस से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को लाभ मिलने वाला है. अब तैयारी है एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश की कला और संस्कृति को जीवंत करने की खास कर बनारस के घाटों को दर्शाने की.एयरपोर्ट निर्माण के लिए शिलांन्यास बीते साल नवंबर में हुआ था. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकर सारे काम की शुरुआत की थी. योजना के अनुसार साल 2024 तक एयरपोर्ट को शुरू कर देना है और 2024 के जनवरी में पहला उड़ान यहां से भरने की तैयारी है.यहां पर बनारस के घाटों का डिजाइन बनाया जाएगा. यहां पर सीढ़ियां और दीवारों की पेंटिंग पर बनारस का रंग दिखेगा. इसकी जानकारी नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट कम्पनी के अधिकारी किरण जैन बताते हैं कि एयरपोर्ट के भीतर जो टर्मिनल बनाए गए हैं, वहां की सीढियां बनारस के घाटों की तर्ज पर बनाया जाएगा. यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के लिए बेहद खास है इसीलिए यहां पर उतर प्रदेश के लोक संस्कृति, कला सभ्यता को दर्शाया जाएगा.एयरपोर्ट के भीतर एक ऐसा कोर्ट तैयार किया जाएगा जो ग्रामीण क्षेत्र के आंगन जैसा महसूस कराएगा.एक हजार मजदूर कर रहे हैं कामअधिकारी बताते हैं कि कुल एक हजार मजदूर एयरपोर्ट पर काम कर रहे हैं.इन सभी में 60 प्रतिशत क्षेत्रीय निवासी हैं, जिससे लोकल को वोकल का जो सपना है देश का वो भी पूरा हो रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 08:54 IST
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