NOIDA: जानिए कैसे नोएडा की जीवनदायिनी है हिंडन, नदी को बचाने के लिए एनजीटी ने किया टास्क फोर्स का गठन

admin

NOIDA: जानिए कैसे नोएडा की जीवनदायिनी है हिंडन, नदी को बचाने के लिए एनजीटी ने किया टास्क फोर्स का गठन



आदित्य कुमारनोएडा: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से सटे नोएडा में बहने वाली हिंडन नदी की स्थिति भी खराब होती जा रही है. नदी किनारे अवैध निर्माण कार्य और खनन के कारण हिंडन अर्थात हरनंदी दूषित हो गई है. इसको बचाने के लिए नोएडा के रहने वाले अभीष्ट गुप्ता राष्ट्रीय हरित अधिकरण के पास पहुंचे और नदी को बचाने की लड़ाई शुरू की. जिसके परिणाम स्वरूप एनजीटी ने हिंडन नदी के लिए टास्क फोर्स बनाने का आदेश दिया है. आखिर हिंडन नदी इतना महत्वपूर्ण क्यों है ,चलिए विस्तार से जानते हैं.न्यूज 18 लोकल से बात करते हुए अभीष्ट गुप्ता बताते हैं कि हमने बीते साल एनजीटी की तरफ मूव किया था और हिंडन नदी को बचाने के लिए आग्रह किया था. जिस पर एनजीटी ने संज्ञान लिया और टास्क फोर्स बनाने का आदेश जारी किया है. इस टास्क फोर्स का काम हिंडन नदी के अतिक्रमण और अन्य नुकसान से बचाना होगा.लिहाजा राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने अपने आदेश में नोएडा, गाजियाबाद और शामली समेत सात जिले जहां से हिंडन नदी बहती हैं वहां के जिला अधिकारी, एसएसपी, प्रदूषण नियंत्रण विभाग, जिला जज से नामित एक व्यक्ति को मिलाकर “स्पेशल एनवायरनमेंट सर्विलांस टास्क फोर्स “बनाने का आदेश दिया है.नोएडा में खत्म हो रहा पानी:अभीष्ट गुप्ता बताते हैं की एनजीटी ने जिला गौतमबुद्ध नगर में हो रहीं बीमारियों का भी डिटेल बताने का आदेश दिया था. जिससे पता चल सके कि नोएडा में किस तरह की बीमारी बढ़ रही है. लेकिन इसपर काम नहीं हुआ. नोएडा में पानी खत्म हो रहा है. ये सब हिंडन नदी के दोहन के कारण हो रहा है. नदी के चारों तरफ अवैध निर्माण शुरू हो चुके हैं अवैध खनन किया जा रहा है इसके कारण और भी स्थिति खराब हो गई है.भारत की दूसरी अधिक प्रदूषित नदी है हिंडन:हिंडन, आज उत्तर प्रदेश की सबसे अधिक और भारत का दूसरी सबसे अधिक प्रदूषित नदी है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यह जानकर निराश हुआ है कि सालों से यह मुद्दा लटका हुआ था और लगातार इस पर निर्देश जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन राज्य-अथॉरिटी हिंडन नदी में प्रदूषण को रोकने में नाकामयाब रही हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 29, 2023, 19:07 IST



Source link