Last Updated:January 27, 2025, 18:54 ISTNASA : नोएडा में रहने वाले एक छात्र ने नया ऐस्टेरॉयड खोजा है. जिसे नासा ने मान्यता और एक नाम भी दिया है. 14 साल के दक्ष मलिक शिव नादर स्कूल में नौवीं में पढ़ते हैं.
NASA : दक्ष मलिक को नेशनल जियोग्राफी डॉक्यूमेंट्री देखने का शौक है.हाइलाइट्स14 साल के दक्ष मलिक ने नया ऐस्टेरॉयड खोजा.नासा ने दक्ष की खोज को मान्यता दी.दक्ष को ऐस्टेरॉयड का नाम रखने का मौका मिलेगा.NASA : उत्तर प्रदेश के 9वीं के एक छात्र ने कमाल किया है. नोएडा के रहने वाले 14 वर्षीय दक्ष मलिक ने एक स्टेरॉयड (छुद्र ग्रह) की खोज की है. जिसे अब अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने भी मान्यता दे दी है. यह इस मायने में ऐतिहासिक है कि दक्ष मलिक को अब इस ऐस्टेरॉयड का नाम भी रखने का मौका मिलेगा. फिलहाल इस छुद्र ग्रह का नाम “2023 OG40” है. यह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच मुख्य ऐस्टेरॉयड बेल्ट में पाया जाता है.
दक्ष मलिक शिव नादर स्कूल में नौवीं के छात्र हैं. बचपन से ही उनकी अंतरिक्ष में गहरी रुचि है. उन्हें ग्रहों और सितारों के बारे में जानने के लिए नेशनल जियोग्राफी डॉक्यूमेंट्री देखना पसंद है. उनकी इस रुचि ने उन्हें नायाब अवसर दिया और अब नासा ने उनकी खोज को मान्यता भी दे दी है.
किस तरह खोजा ऐस्टेरॉयड?
दक्ष मलिक ने ऐस्टेरॉयड की खोज इंटरनेशनल डिस्कवरी प्रोजेक्ट (IADP) के तहत खोजा है. यह एक नागरिक विज्ञापन परियोजना है, जो लोगों को, विशेषकर छात्रों को नासा को ऐस्टेरॉयड खोजने में मदद का अवसर देता है. दक्ष ने इस प्रोजेक्ट में 2022 में हिस्सा लिया था. इसके तहत दक्ष और उनके साथियों को नासा के डेटासेट का उपयोग करके आकाशीय पिंडों की खोज करनी थी.
क्या है IADP प्रोजेक्ट?
आईएडीपी एक वर्ल्डवाइड प्रोग्राम है, जो हर साल 6000 से अधिक प्रतिभागियों को जोड़ता है. जिनमें से कुछ ही नए ऐस्टेरॉयड की खोज करते हैं. इससे पहले भारत के पांच अन्य छात्रों ने भी इसी प्रकार के ऐस्टेरॉयड की खोज की है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :January 27, 2025, 18:54 ISThomecareerयूपी के लाल ने 14 साल की उम्र में कर दिया कमाल, जानकर आप भी रह जाएंगे दंग