nitish reddy shared feeling on debut test innings in perth reveals what gambhir adviced him ahead of batting| IND vs AUS: ‘जैसे आप आप देश के लिए गोली खा रहे हो…’, गंभीर ने ऐसा क्यों कहा? डेब्यूटेंट नीतीश ने खोले कई राज

admin

nitish reddy shared feeling on debut test innings in perth reveals what gambhir adviced him ahead of batting| IND vs AUS: 'जैसे आप आप देश के लिए गोली खा रहे हो...', गंभीर ने ऐसा क्यों कहा? डेब्यूटेंट नीतीश ने खोले कई राज



Nitish Reddy Statement: भारत और ऑस्ट्रलिया के बीच जारी पर्थ टेस्ट की पहली पारी में डेब्यूटेंट नीतीश रेड्डी भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. उनके 41 रन और ऋषभ पंत के साथ सातवें विकेट के लिए 48 रन रन की महत्वपूर्ण साझेदारी के चलते ही भारत 150 रन तक पहुंच पाया. पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश रेड्डी ने अपनी टेस्ट क्रिकेट में पहली पारी को लेकर बयान दिया. साथ ही उन्होंने बताया कि हेड कोच गौतम गंभीर ने उनसे बल्लेबाजी से पहले क्या कहा था.
क्या बोले नीतीश रेड्डी?
भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले नीतिश कुमार रेड्डी ने स्वीकार किया कि तेज गेंदबाजों की मददगार पर्थ की पिच पर बल्लेबाजी करने से पहले वह ‘नर्वस’ थे, लेकिन हेड कोच गौतम गंभीर की सलाह से उनका हौसला बढ़ाया. नीतिश ने बताया कि गंभीर ने उन्हें कहा था कि बाउंसर गेंदों का सामना ऐसे करो जैसे कि ‘आप देश के लिए गोली खा रहे हों.’ नीतिश ने 59 गेंद में 41 रन की दिलेर पारी खेल यहां के ऑप्टस स्टेडियम में टीम के स्कोर को 150 रन तक पहुंचाने में मदद की. उन्होंने ऋषभ पंत (27) के साथ 48 रन की अहम साझेदारी पेश की.
हेड कोच का मंत्र आया काम 
नीतीश ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने पर्थ विकेट (पिच) के बारे में बहुत कुछ सुना है. बल्लेबाजी से पहले मन में थोड़ी घबराहट थी. मेरे दिमाग में यह बात थी कि हर कोई पर्थ के विकेट पर उछाल के बारे में बात कर रहा था. हालांकि, मुझे हमारे आखिरी अभ्यास सत्र के बाद गौतम सर के साथ हुई बातचीत याद आ गई.’ इस युवा ऑलराउंडर ने कहा, ‘वह कह रहे थे कि  ‘आपको बाउंसर का सामना उसी तरह से करना है जैसे की आप देश के लिए गोली खा रहे हो.’ कोच की इस बात से मेरा हौसला बढ़ा. उन्होंने जब ऐसा कहा तो मुझे लगा कि देश के लिए मुझे गोली खाने की जरूरत है. यह सबसे अच्छी बात है जो मैंने गौतम सर से सुनी है.’ 
‘एक दिन पहले पता चल गया था’
इस 21 साल के खिलाड़ी ने बताया कि शुरुआती टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर उन्हें डेब्यू के बारे में बताया गया था. नीतिश ने कहा, ‘हमें (उन्हें और तेज गेंदबाज हर्षित राणा को) हमारे डेब्यू के बारे में एक दिन पहले ही पता चला और हम उत्साहित थे. हम शांत थे और उसी तरह से दिनचर्या का पालन कर रहे थे जैसा की पिछले सप्ताह कर रहे थे.’ उन्होंने कहा, ‘हम ज्यादा दबाव नहीं लेना चाहते थे. हमने कल शाम को साइकिल भी चलाई थी, इसलिए यह अच्छा था.’
कोहली से मिली कैप पर क्या बोले?
नीतीश उस समय बेहद आश्चर्यचकित रह गए जब स्टार बल्लेबाज और उनके आदर्श विराट कोहली ने सुबह उन्हें ‘टेस्ट कैप (डेब्यू पर दी जाने वाली टोपी)’ सौंपी. उन्होंने कहा, ‘यह बहुत अच्छा अहसास था (कोहली से कैप पाना). मैंने हमेशा भारत के लिए खेलने का सपना देखा है और यह एक शानदार पल था. जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो विराट भाई मेरे आदर्श हैं. इसलिए उनसे डेब्यू कैप लेना मेरे लिए एक खुशी का पल था.’
भारत-ए के लिए खेलने से हुआ फायदा
नीतीश ने माना कि हाल ही में मेलबर्न में भारत ए के लिए खेलने से उन्हें ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों को समझने में मदद मिली. उन्होंने कहा, ‘यह एक अच्छी शुरुआत थी. कोई स्वप्निल पारी नहीं, बल्कि एक अच्छी शुरुआत थी. ईमानदारी से कहूं तो भारत ए सीरीज से मुझे काफी मदद मिली, क्योंकि यह ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मेरा पहला अनुभव था.’ उन्होंने कहा, ‘भारत की तुलना में यहां के पिच काफी अलग है. यहां गेंद को काफी उछाल मिलती है. मुझे लगा कि यहां (एमसीजी की तुलना में) गेंदबाजों के लिए अधिक मदद थी.’
एजेंसी इनपुट के साथ



Source link