Gukesh Old Viral Video: गुकेश ने जो कहा वो कर भी दिखाया… 18 साल की उम्र में यह भारतीय स्टार शतरंज की दुनिया का नया बादशाह बन गया है. इतना ही नहीं, गुकेश सबसे कम उम्र के चेस वर्ल्ड चैंपियन बने हैं. चीन के डिंग लिरेन को मात देकर गुकेश ने न सिर्फ अपना सपना पूरा किया, बल्कि विश्वनाथन आनंद के बाद चेस की दुनिया में भारत का परचम लहराया. 2013 के बाद पहली बार कोई भारतीय चेस का सरताज बना है. जीत के बाद जुकेश का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनने के अपने सपने के बारे में बताया था.
यूं जाहिर की जीत की खुशी
18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने के बाद गुकेश ने कहा, ‘मैं बस अपना सपना जी रहा हूं. मैं पिछले 10 साल से इस पल का सपना देख रहा था. मुझे खुशी है कि मैंने इस सपने को हकीकत में बदला.’ उन्होंने कहा, ‘मैं थोड़ा भावुक हो गया था, क्योंकि मुझे जीत की उम्मीद नहीं थी. लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ने का मौका मिला.’ गुकेश ने कहा, ‘मैं छह-सात साल की उम्र से ही इस पल का सपना देख रहा था और इसे जी रहा था. हर शतरंज खिलाड़ी इस पल को जीना चाहता है. मैं अपना सपना जी रहा हूं. मैं कैंडिडेट्स से चैंपियनशिप तक के सफर के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.’
पुराना वीडियो हुआ वायरल
दरअसल, गुकेश का जो पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वो 2017 का है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक सवाल पूछा गया. ‘जब आप बड़े होंगे तो आप क्या करना चाहेंगे.’ उस समय 12 साल के गुकेश ने जवाब दिया, ‘मैं सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन बनना चाहता हूं.’ गुकेश ने लिरेन को खिताबी जंग में मात देने का बाद भी इसका जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘मैंने 2017 में कहा था कि मैं इतिहास का सबसे कम उम्र का विश्व चैंपियन बनना चाहता हूं.’
पूरा हुआ सपना
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बनने का उनका सपना तब शुरू हुआ, जब उन्होंने 2013 में चेन्नई में अपने आदर्श विश्वनाथन आनंद और नॉर्वे के महान शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के बीच वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच देखा. उन्होंने कहा, ‘2013 में जब मैंने मैग्नस कार्लसन और विश्व चैंपियनशिप मैच में विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को देखा तो मुझे लगा कि एक दिन ग्लास रूम के अंदर होना बहुत अच्छा होगा. वास्तव में वहां बैठना और अपने बगल में भारतीय ध्वज को देखना शायद सबसे अच्छा पल होगा.’ गुकेश ने आगे कहा, ‘जब मैग्नस ने जीत हासिल की तो मैंने सोचा कि मैं वास्तव में भारत को खिताब वापस लाने वाला व्यक्ति बनना चाहता हूं.’