अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: हिन्दू पंचाग के अनुसार साल में कुल 4 नवरात्रि होती है.इसमें दो गुप्त और दो प्रयत्क्ष नवरात्रि होती है. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होने वाले नवरात्रि को चैत्र या वासंतिक नवरात्रि भी कहते हैं. इस नवरात्रि में देवी प्रत्यक्ष रूप में विराजमान होती है, जिसका प्रयत्क्ष फल भी मिलता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्यक्ष नवरात्रि में देवी के आगमन और गमन के सवारी का विशेष महत्व है.इसका अलग-अलग फल भी मिलता है. आइये जानते है इसके बारे में काशी के ज्योतिषाचार्य से
मनुष्य पर होगा देवी का प्रस्थानपंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि 9 अप्रैल 2024 से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. सप्ताह के अलग-अलग दिन से नवरात्रि की शुरुआत से देवी के सवारी का पता लगाया जाता है. इस बार मंगलवार से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. लिहाजा देवी का आगमन घोड़े पर होगा वहीं बात उनके प्रस्थान की करें, तो देवी मनुष्य पर प्रस्थान करेंगी, जो शुभ फल देने वाला होगा.
धन-दौलत की होगी बरसातधार्मिक मान्यताओं के अनुसार शक्ति स्वरूपा देवी दुर्गा का आगमन जब घोड़े पर होता है, तो इससे राज्य का भय और युद्ध के भय की स्थिति होती है. इससे इतर मनुष्य पर देवी का प्रस्थान सुख, समृद्धि देने वाला होता है. ऐसे में यह नवरात्रि शक्ति की पूजा से लोगों के जीवन में धन धान्य की कमी को दूर होगी. इसके अलावा देश में राजनीतिक उठापटक और विद्वेष की स्थिति भी 3 महीने तक बनी रहेगी.
.Tags: Chaitra Navratri, Local18, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : March 28, 2024, 12:58 IST
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