भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत को प्रबल दावेदार बताया है, लेकिन कहा कि फायदा ज्यादा नहीं होगा क्योंकि न्यूजीलैंड टीम भी काफी मजबूत है. भारतीय टीम ने अपने सारे मैच दुबई में खेले और सभी जीतकर फाइनल में पहुंची है. सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था. न्यूजीलैंड टीम ग्रुप-A में भारत के बाद दूसरे स्थान पर रही थी, जिसे भारत ने लीग चरण में 44 रन से हराया था. न्यूजीलैंड ने लाहौर में सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को मात दी थी.
फाइनल में कौन बनेगा भारत का मैच विनर?
रवि शास्त्री ने ‘द आईसीसी रिव्यू’ में कहा ,‘अगर भारत को कोई टीम हरा सकती है तो वह न्यूजीलैंड है. भारत प्रबल दावेदार है लेकिन बहुत ज्यादा फायदा नहीं है.’ भारत और न्यूजीलैंड का सामना 2000 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी हुआ था जिसमें न्यूजीलैंड ने चार विकेट से जीत दर्ज की थी. रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि रविवार को फाइनल मैच में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ कोई ऑलराउंडर होगा. रवि शास्त्री ने कहा, ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भारत की ओर से अक्षर पटेल या रवींद्र जडेजा और न्यूजीलैंड की ओर से ग्लेन फिलिप्स हो सकता है.’
रवि शास्त्री का बड़ा बयान
62 साल के शास्त्री ने न्यूजीलैंड के चार खिलाड़ियों का जिक्र किया जो फाइनल का रूख बदल सकते हैं. रवि शास्त्री ने रचिन रविंद्र को ‘बेहद टैलेंटेड’ खिलाड़ी करार दिया, जबकि केन विलियमसन की ‘स्थिरता और संत जैसे शांत स्वभाव’ की तारीफ की. रवि शास्त्री ने कप्तान मिचेल सेंटनेर को बुद्धिमान कप्तान और ग्लेन फिलिप्स को टीम का ‘एक्स फैक्टर’ कहा. रवि शास्त्री ने विराट कोहली के मौजूदा फॉर्म को ‘गेम चेंजर’ करार दिया, जबकि निर्णायक क्षणों में अच्छे प्रदर्शन के लिए केन विलियमसन की भी तारीफ की.
विलियमसन और कोहली पर नजर
रवि शास्त्री ने कहा ,‘विराट कोहली के मौजूदा फॉर्म की बात करें तो अगर ऐसे खिलाड़ियों को शुरुआती दस रन बना लेने दें तो बाद में वे लंबा खेलते हैं. विलियमसन हों या कोहली. न्यूजीलैंड के लिए मैं कहूंगा विलियमसन. कुछ हद तक रविंद्र भी जो शानदार युवा खिलाड़ी हैं.’ 25 साल के रविंद्र ICC वनडे टूर्नामेंटों में पांच शतक जमा चुके हैं और ऐसा करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं. रवि शास्त्री ने कहा,‘जिस तरह से क्रीज में वह मूव करता है, मुझे बहुत पसंद है. वह प्रवाहमयी बल्लेबाजी करता है और उसके पास कई स्ट्रोक्स हैं. बड़े टूर्नामेंटों में शतक ऐसे ही नहीं बन जाते. वह बेहद प्रतिभाशाली हैं.’
सेंटनर चतुर कप्तान
केन विलियमसन के बारे में रवि शास्त्री ने कहा ,‘वह बहुत स्थिर है और शांत रहता है. वह अपने काम को लेकर बहुत संजीदा है. वह संत की तरह है मानो ध्यान में लगा हो. लोग बड़े शॉट्स में यकीन करते हैं, लेकिन वह प्रवाह के साथ पारी को आगे बढ़ाता है. जो रूट, केन विलियमसन, विराट कोहली इन सभी का फुटवर्क कमाल का है.’ शास्त्री ने सेंटनर की तारीफ करते हुए कहा,‘वह काफी चतुर हैं और कप्तानी उन्हें रास आ रही है. इससे बतौर बल्लेबाज, गेंदबाज और एक क्रिकेटर के तौर पर उन्हें फायदा हो रहा है.’