Muttiah Muralitharan life was saved by 20 minutes story will shock you everything destroyed in tsunami | झकझोर देगी महान क्रिकेटर की ये स्टोरी, 20 मिनट से बच गई थी की जान, सुनामी में तहस-नहस हो जाता सबकुछ

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Muttiah Muralitharan life was saved by 20 minutes story will shock you everything destroyed in tsunami | झकझोर देगी महान क्रिकेटर की ये स्टोरी, 20 मिनट से बच गई थी की जान, सुनामी में तहस-नहस हो जाता सबकुछ



Muttiah Muralitharan Story: प्रकृति और इतिहास का संगम श्रीलंका के गाले इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड को दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टेडियम में से एक बनाता है. समुद्र और स्टेडियम के बीच 16वीं शताब्दी का गाले किला है. कई लोग किले से क्रिकेट देखते हैं. यह एक ऐतिहासिक ग्राउंड हैं जहां दुनिया के दो महान स्पिनरों ने इतिहास रचा. ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत शेन वॉर्न ने इसी ग्राउंड पर अपना 500वां टेस्ट विकेट लिया था. वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर बने थे. उनके बाद श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने यहीं अपने करियर का 800वां टेस्ट विकेट लिया था.
2004 में आई थी तबाही
26 दिसंबर, 2004 को यह स्टेडियम तबाह हो गया था. इंडोनेशिया के पास समुद्र के तल पर 9.1 की तीव्रता वाला एक भूकंप आया, जिससे समुद्र सुनामी के रूप में फूट पड़ा. शहर और गांव तबाह हो गए. श्रीलंका में लगभग 38,000 लोग मारे गए. सुनामी ने भारत, इंडोनेशिया, मालदीव और थाईलैंड के कुछ हिस्सों को भी बुरी तरह प्रभावित किया. अकेले दक्षिण एशिया में लगभग दो लाख लोग मारे गए.
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कार्यक्रम में जाने वाले थे मुरलीधरन
सुनामी ने गाले क्रिकेट ग्राउंड को तबाह कर दिया था. श्रीलंकाई क्रिकेट टीम उस समय न्यूजीलैंड का दौरा कर रही थी और अधिकांश खिलाड़ियों को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि मैदान को क्या नुकसान हुआ है. मुरलीधरन कंधे की चोट के कारण घर पर ही रहे थे. जिस दिन सुनामी ने श्रीलंका को प्रभावित किया, वह अपनी मां, भाई और मंगेतर के साथ कोलंबो से सेनीगमा बच्चों के समारोह के लिए जा रहे थे. सेनीगमा गाले से दूर नहीं है. उनके दोस्त पहले ही कार्यक्रम के लिए पहुंच चुके थे. मुरली लगभग 20 मिनट देर हो चुके थे.
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20 मिनट की देरी ने मुरली को बचाया
मुरलीधरन के लिए देरी वरदान साबित हुई. उन्होंने डेली मेल को दिए इंटरव्यू में बताया था, ”मैं समारोह में पहुंचने के लिए कोलंबो से गाड़ी चला रहा था, लेकिन मैं 20 मिनट देर हो चुका था. किसी ने मुझे फोन करके कहा कि मुड़कर वापस आ जाओ. मैं भाग्यशाली था, नहीं तो मैं गाले के करीब होता. मैं बाल-बाल बच गया. मुरली ने बताया कि उनके मैनेजर कुशील गुनसेकरा के फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम को आयोजित किया था.
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वापस घर लौटे थे मुरली
बच्चों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए आयोजित किए गए इस कार्यक्रम के लिए मुरली घर से निकल चुके थे. रास्ते में उन्होंने उन्होंने लोगों को शोर मचाते हुए और भागते हुए देखा. इस पर अपनी गाड़ी उतरकर उन्होंने मामले की जानकारी ली. उन्हें पता चला कि समुद्र का पानी इलाके में आ गया है. गाले जाना खतरे से खाली नहीं था. उन्होंने लोगों से बात की और फिर वापस लौट गए. घर पहुंचने के बाद मुरली ने जब टीवी देखा तो उन्हें सबकुछ समझ आ गया. 20 मिनट की देरी ने उनकी जान को बचा लिया था. मुरली ने श्रीलंका के लिए 133 टेस्ट मैचों में 800 और 350 वनडे में 534 विकेट लिए. 12 टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 13 विकेट हैं.



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