रायबरेली: यूपी में रायबरेली के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक के लोगों के लिए मुर्गी पालन का काम उनकी आय दोगुनी करने में बेहद कारगर साबित हो रहा है. यही वजह है कि लोग बड़े स्तर पर मुर्गी पालन का काम करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. परंतु मुर्गी पालन का काम करने वाले मुर्गी पालकों के लिए मुर्गियों को स्वस्थ रखना सबसे बड़ी चुनौती होती है.
मुर्गियों को बीमारी से ऐसे बचाएंवहीं, मुर्गियों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है. यही वजह है कि मुर्गी पालक किसान मुर्गियों में होने वाली बीमारियों को लेकर चिंतित रहते हैं. आपको बता दें कि मुर्गियों में होने वाली विभिन्न बीमारियों में से कॉक्सी बीमारी भी एक प्रकार की बीमारी है, जो मुर्गियों के लिए बेहद खतरनाक होती है.
मुर्गियों के मरने से ऐसे बचाएंइस बीमारी के फैलने पर मुर्गियां मरने लगती हैं. इसलिए जरूरी है कि मुर्गी पालक समय रहते इस बीमारी से अपनी मुर्गियों का बचाव करें, जिससे उन्हें किसी प्रकार का नुकसान ना उठाना पड़े. ऐसे में रायबरेली के पशु विशेषज्ञ ने इस बीमारी के लक्षण एवं बचाव के तरीके के बारे में जानकारी दी है.
25 साल के अनुभवी डॉक्टर ने बतायावहीं, पशु चिकित्सा के क्षेत्र में 25 सालों का अनुभव रखने वाले रायबरेली जिले के राजकीय पशु चिकित्सालय शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी डॉ. इंद्रजीत वर्मा (एमवीएससी वेटनरी) बताते हैं कि कॉक्सी बीमारी, जिसे “कॉक्सीडियोसिस” भी कहा जाता है. यह मुर्गियों में एक सामान्य परजीवी रोग है, जो आंतों में कॉकसीडिया नामक सूक्ष्मजीव के कारण होता है.यह बीमारी मुख्य रूप से मुर्गियों के पाचन तंत्र को प्रभावित करती है.
जानें कैसे फैलती है यह बीमारी1- संक्रमित खाद्य और पानी:- संक्रमित खाद्य पदार्थ या पानी के सेवन से.
2- संक्रमित बर्तन:- ऐसे बर्तनों का उपयोग करना जो पहले से संक्रमित हों.
3- सफाई की कमी:– गंदे स्थलों पर रहने से परजीवी फैलते हैं.
जानें क्या होते हैं लक्षण:1-दस्त (कभी-कभी खून के साथ).
2- भूख में कमी सुस्ती.
3-वजन में कमी शरीर से ब्लड आने लगता है.
ऐसे करें बचाववहीं, लोकल 18 से बात करते हुए इंद्रजीत वर्मा बताते हैं कि इस बीमारी से बचाव के लिए मुर्गी पालक इन बातों का ध्यान रखें.
1- साफ-सफाई:- पालतू मुर्गियों के स्थान की नियमित सफाई करें.
2- संक्रमित मुर्गियों को अलग करना:- संक्रमित मुर्गियों को अन्य से अलग रखें.
3- विटामिन और खनिज सप्लीमेंट:– इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए दवा की जगह करें.
इसका उपयोग करे मुग्री पालक कॉक्सी बीमारी जिसे “कॉक्सीडियोसिस” होने पर मुर्गी पालक दवा की जगह सहजन के पत्ते का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि इस बीमारी में उपयोग में लाई जाने वाली अंग्रेजी दवाएं बेहद महंगी आती हैं. साथ ही उनके कई साइड इफेक्ट भी हैं. इसीलिए सहजन के पत्ते का उपयोग करके मुर्गियों को इस बीमारी से आसानी से बचाया जा सकता है.
इस तरह करें उपयोगसहजन के पत्ते को मिक्सी में पीसकर पानी में मिला लें. इस मिश्रण को मुर्गियों को पिलाएं या फिर पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें. उसे दाने में मिलाकर खिलाएं. जिससे यह बीमारी आसानी से ठीक हो जाएगी. इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा .आगे की जानकारी देते हुए डॉक्टर ने बताया कि सहजन के पत्ते में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो मुर्गियों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं.
Tags: Agriculture, Local18, Raebareilly News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 17:17 IST