रिपोर्ट : हरिकांत शर्मा
आगरा. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया है. उन्होंने आज सुबह 8:16 पर अंतिम सांस ली. वे 82 साल के थे. पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. उनके निधन के बाद सपा समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई. पहलवान और शिक्षक रहे मुलायम ने लंबी सियासी पारी खेली. तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री और केंद्र में रक्षा मंत्री रहे. आपको बता दें कि 22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था. मुलायम सिंह को 1 अक्तूबर की रात आइसीयू में शिफ्ट किया गया था.
आगरा से मुलायम सिंह यादव का गहरा नाता था. उन्होंने राजनीति के दांव-पेंच आगरा विश्वविद्यालय से सीखे थे. 12वीं की पढ़ाई के बाद मुलायम सिंह यादव ने आगरा का रुख किया और आगरा विश्वविद्यालय से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की. 2 साल तक आगरा में रहकर उन्होंने पढ़ाई की. इस दौरान वे छात्र राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहे थे. उस समय के आगरा शहर में उनके कई पुराने दोस्त हैं. आगरा विश्वविद्यालय से सीखे राजनीतिक गुण उनके बेहद काम आए.
आगरा की राजनीतिक रैलियां
मुलायम सिंह की मृत्यु के बाद समर्थकों में शोक की लहर है. आगरा में उनका कई बार आना हुआ था. हर बार युवाओं से गर्मजोशी के साथ मुलाकात करते थे. यही वजह है कि मुलायम सिंह यादव को धरती पुत्र और जमीनी नेता के नाम से जाना जाता था. आगरा के जीआईसी मैदान में कई बार उनकी राजनीतिक सभाएं हुई हैं. जिनमें युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग भी हिस्सा लिया करते थे. उनके निधन के बाद से ही आगरा के तमाम सपा समर्थित लोगों में शोक की लहर है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Agra news, Mulayam singh yadav news, UP newsFIRST PUBLISHED : October 10, 2022, 19:31 IST
Source link