Last Updated:February 28, 2025, 20:48 ISTकिसी ने जन्म दिया, तो किसी ने पालने की जहमत उठाई. मां जन्म देते ही उसकी मृत्यु हो गई, तो दोनों मोरनी के बच्चों को इस व्यक्ति ने बड़े ही लाड और दुलार से पालकर बड़ा कर दिया. अब यह दोनों बच्चे कृष्ण और रानी इसके स…और पढ़ेंX
इन दोनों बच्चों की कहानी और कैसे इनका जीवन व्यतीत हो रहा हैहाइलाइट्सबांके बिहारी ने मोरनी के बच्चों को पाला.बच्चों को परिवार के सदस्य की तरह रखते हैं.बच्चों को समय पर दाना पानी और घूमने ले जाते हैं.Peacock Adoption : मथुरा में एक ऐसी घटना घटी जो हमें भगवान कृष्ण की कहानी की याद दिलाती है. जैसे कृष्ण को दो मांओं का प्यार मिला था, वैसे ही यहां दो मोर के बच्चों को एक ने जन्म दिया तो दूसरे ने पाला.
किसी ने जन्म दिया, तो किसी ने पालने की जहमत उठाईहुआ यूं कि एक मोरनी ने दो बच्चों को जन्म दिया और फिर पता नहीं कहां गायब हो गई. बेचारे बच्चे अनाथ हो गए. लेकिन उनकी किस्मत में खुशियां लिखी थीं. एक रात बारिश और आंधी आई और मोरनी के बच्चे अकेले डर के मारे ठिठुर रहे थे. तभी बांके बिहारी नाम के एक शख्स की नजर उन पर पड़ी. बांके बिहारी ने उन बच्चों को सहारा दिया और अपने घर ले आए.
परिवार के सदस्यों की तरह रखते हैं हम इनका ख्यालबांके बिहारी ने उन मोर के बच्चों को अपने परिवार का हिस्सा बना लिया. उन्हें समय पर खाना, पानी देते हैं, घुमाने ले जाते हैं और अपने साथ सुलाते हैं. बांके बिहारी बताते हैं कि वो उन्हें भुने चने, फल, सब्ज़ी और अनाज खिलाते हैं. उन्हें खुशी है कि राष्ट्रीय पक्षी उनके साथ एक परिवार की तरह रह रहे हैं. हालांकि बांके बिहारी ने कई बार उन मोर के बच्चों को जंगल में छोड़ने की कोशिश की, लेकिन वो उनके पीछे-पीछे घर आ जाते हैं. लगता है उन्हें भी बांके बिहारी का साथ पसंद है!
Location :Mathura,Uttar PradeshFirst Published :February 28, 2025, 20:48 ISThomeuttar-pradeshमोरनी के बच्चों को इस व्यक्ति ने बड़े ही लाड और दुलार से पाला, कैसे बीत रहा इन