Moringa can cure more than 300 diseases know health benefits of drumsticks and how to included it in diet | 300 बीमारियों का रामबाण इलाज है ये हरी सब्जी, इस तरह कर सकते हैं डाइट में शामिल

admin

Share



कोरोना महामारी के बाद लोग अपनी सेहत और लाइफस्टाइल को लेकर काफी गंभीर हो चुके है. एक बार फिर लोग अच्छा खानपान और आयुर्वेद की औषधि पर भरोसा करने लगे है. ऐसे में कई हरी सब्जियां हैं, जिसे डाइट में शामिल करके लोग देसी नुस्खे से बीमारियों की छुट्टी कर रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताएंगे, जो 300 से ज्यादा बीमारियों को ठीक कर सकता है. वो सब्जी है सहजन (drumsticks) की.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
सहजन एक बहुत ही हेल्दी सब्जी है, जो आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सहजन (drumsticks benefits) का इस्तेमाल एक औषधि के रूप में भी किया जाता है. इसकी सब्जी के साथ-साथ छाल और पत्तों में भी जादुई गुण पाए जाते हैं. सहजन की फली हरी और सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन और बी कॉन्प्लेक्स जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. आयुर्वेद में सहजन से 300 से भी अधिक रोगों का इलाज संभव है.
सहजन के सेवन से कौन-कौन सी बीमारियां ठीक हो सकती है?कुछ ऐसी बीमारियां जिनके इलाज में सहजन मददगार हो सकता हैं, जैसे-
डायबिटीज (Diabetes)
दिल की बीमारियां (Heart diseases)
उच्च रक्तचाप (High blood pressure)
आंत्र की समस्याएं (Intestinal problems)
अल्सर (Ulcers)
आंखों की रोशनी में कमी (Poor eyesight)
श्वसन संबंधी समस्याएं (Respiratory problems)
जोड़ों के दर्द (Joint pain)
गठिया (Arthritis)
स्त्री संबंधी समस्याएं (Women-related issues) जैसे गर्भावस्था के दौरान तनाव और मासिक धर्म संबंधी समस्याएं.
सहजन का कैसे करें इस्तेमालसहजन के फल, पत्ते, बीज, छाल आदि का इस्तेमाल भोजन या औषधि के रूप में किया जा सकता है. नीचे दिए गए तरीकों से आप सहजन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
सब्जी के रूप में: सहजन की फली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सब्जी बनाई जा सकती है. सहजन की सब्जी में आमतौर पर नमक, हल्दी, लाल मिर्च, धनिया आदि मसालों का इस्तेमाल किया जाता है.
सहजन के दाने: सहजन के दानों को सब्जी बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा सहजन के दानों को सूखे में भी इस्तेमाल किया जा सकता है जो कि चटनी बनाने के लिए उपयोगी होता है.
सहजन की छाल: सहजन की छाल को सूखे में या पाउडर के रूप में उपयोग किया जा सकता है. इसे त्वचा संबंधित समस्याओं जैसे कि खुजली, दाद, और सुन तथा अन्य त्वचा समस्याओं के लिए उपयोगी माना जाता है.
सहजन की जड़: सहजन की जड़ को पीसकर या सूखे में पीसकर पाउडर के रूप में उपयोग किया जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)



Source link