Monkey pox cases in Kenya: केन्या ने 12 काउंटीज में मंकीपॉक्स के 41 मामलों की पुष्टि की है, जुलाई 2024 में प्रकोप शुरू होने के बाद से एक शख्स की मौत की सूचना मिली है, एक सरकारी अधिकारी ने कंफर्म किया. स्वास्थ्य मंत्रालय में प्रधान सचिव मैरी मुथोनी (Mary Muthoni) ने कहा कि 41 मामलों के कुल 271 संपर्कों की पहचान की गई है, जिनमें से आधे कंफर्म मामलों की ट्रैवल हिस्ट्री एमपॉक्स से प्रभावित देशों, जिनमें युगांडा और रवांडा शामिल हैं, का रहा है.
वायरस को रोकने की कोशिशें जारीमुथोनी ने केन्या की राजधानी नैरोबी में जारी एक बयान में कहा कि मंत्रालय, काउंटी सरकारों और भागीदारों के सहयोग से, एमपॉक्स वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी हाई रिस्क वाली काउंटीज में निगरानी प्रयासों को तेज कर रहा है. उन्होंने कहा, “प्रभावित लोगों के लिए मेंटल हेल्थ और साइकोसोशल सपोर्ट सहित एक्टिव केस सर्च, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और केस मैनेज करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों को तैनात किया गया है.”
जांच में तेजीअधिकारी ने बताया कि एंट्री प्वॉइंट्स पर 3.3 मिलियन से ज्यादा यात्रियों की जांच की गई है और संदिग्ध मामलों के 419 नमूनों की नेशनल पब्लिक हेल्थ लेबोरेटरी और पार्टनर प्रयोगशालाओं में जांच की गई है. उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर शिक्षण संस्थानों में मामलों के प्रसार को रोकने के लिए संक्रमण की रोकथाम, नियंत्रण और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने के लिए काम कर रहा है.
मारबर्ग वायरस का भी खतरामुथोनी ने बताया कि दूसके खतरे भी उभरे हैं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बड़े जोखिम पैदा कर रहे हैं. शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि दिसंबर 2024 में, रवांडा ने मारबर्ग वायरस के प्रकोप के खात्मे की घोषणा की, जिसे शुरू में सितंबर 2024 में घोषित किया गया था, लेकिन जनवरी 2025 में, तंजानिया ने एक नए मारबर्ग वायरस के प्रकोप की घोषणा की, जिसने पहले ही 10 लोगों की जान ले ली है.
मुथोनी ने कहा, “हमारी निकटता और लगातार सीमा पार आवागमन को देखते हुए, केन्या में वायर के आने का हाई रिस्क बना हुआ है, इन बीमारियों के प्रसार को कम करने के लिए अर्जेंट और कोऑर्डिनेटेड एक्शन की जरूरत है.”
उन्होंने जनता से सतर्क रहने और अनुशंसित सार्वजनिक स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया, ये देखते हुए कि सभी यात्री हाइजीन मेंटेन करें, जिसमें नियमित रूप से हाथ धोना और अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल शामिल है, इसका पालन करेंगे।
(इनपुट-आईएएनएस)
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