ODI World Cup Final Pitch: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल नवंबर में वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में मिली हार की कसक अब तक भारतीय फैंस के दिल में है. टूर्नामेंट के सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाली टीम इंडिया फाइनल में हार गई. उसने लीग राउंड से लेकर सेमीफाइनल तक लगातार 10 मैच जीते थे. कंगारू टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 1 लाख से अधिक दर्शकों के सामने मैच को जीत लिया था. उस हार के बाद कहा गया कि पिच अचानक से स्लो हो गई थी और भारतीय खिलाड़ी उसे पढ़ नहीं पाए. पिच पर हार का ठीकरा फोड़ा गया था, लेकिन अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उस मैच में कमेंट्री करने वाले मोहम्मद कैफ ने बड़ा खुलासा किया है.
कैफ के निशाने पर कोच और कप्तानकैफ ने पिच को लेकर बड़ी बात कही है. उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उन्होंने इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ को निशाने पर लिया है. कैफ ने कहा कि फाइनल से पहले तीन दिनों तक उन्होंने पिच के रंग को बदलते देखा था. दरअसल, आईसीसी टूर्नामेंट में पिच बनाने की जिम्मेदारी आईसीसी के ऊपर होती है. उसकी देखरेख में ही इसे तैयार किया जाता है. कैफ का कहना है कि कप्तान और कोच ने पिच को स्लो करवाया. यह रणनीति अपनी ही टीम पर भारी पड़ गई.
मोहम्मद कैफ का फूटा गुस्सा
कैफ ने जो कहा है उसका मतलब है कि आईसीसी की देखरेख के बावजूद रोहित और राहुल द्रविड़ ने अपने हिसाब से पिच में बदलाव करवाया था. पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में कहा, “मैं वहां तीन दिनों तक था, बहुत सारे शो किए. रोहित शर्मा शाम को द्रविड़ के साथ आए, पिच पर गए, एक घंटे तक वहां खड़े रहे और वापस चले गए. दूसरे दिन वे फिर आए और वैसा ही किया. ऐसा तीन दिनों तक चलता रहा और मैंने उस पिच का रंग बदलते देखा. मैंने आज नीली शर्ट पहनी है, तीन दिन बाद यह पीली दिखेगी…इस तरह का बदलाव हुआ था.”
कैफ ने बताई द्रविड़-रोहित की गलती
कैफ ने आगे कहा, ”कोई पानी नहीं, कोई घास नहीं. यह बहुत धीमी पिच बन गई. यह सच है. उनके पास कमिंस और स्टार्क थे. वह तेज गेंदबाजी करते हैं. इसलिए यह सोचा गया कि उन्हें धीमी पिच दी जाए. उन्होंने (रोहित-द्रविड़) ने वहां गलती की. लोग कहते हैं कि क्यूरेटर ने अपना काम किया और हमने कुछ नहीं कहा. यह सब बकवास है. आप वहां घूम रहे थे, आप उससे 100 प्रतिशत बात कर रहे थे. घास कम करो, पानी कम डालना…यही दो लाइन ही तो बोलनी हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. आप घरेलू टीम हैं, लाभ उठाए, लेकिन हमने इसका ठीक से उपयोग नहीं किया.”
कमिंस ने हार से ली थी सीख
कैफ का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने वर्ल्ड कप के शुरुआती मैच में भारत के खिलाफ चेन्नई में टीम की हार से सीख ली थी. ऑस्ट्रेलिया ने उस खेल में पहले बल्लेबाजी की थी, लेकिन केवल 199 रन पर आउट हो गई थी. भारत ने आठ ओवर रहते लक्ष्य का पीछा कर लिया था.
पिच में बदलाव नहीं होता तो जीत जाते: कैफ
कैफ ने कहा, “‘कमिंस को चेन्नई में भारत के खिलाफ पहले मैच से सीख मिली. उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और रन-चेज में भारत ने आसानी से गेम जीत लिया. फ़ाइनल में टीमें आमतौर पर पहले फील्डिंग नहीं चुनती हैं, हमने 2003 में ऐसा किया था और हम हार गए थे, लेकिन कमिंस ने इससे सीखा और मौके की परवाह किए बिना बाद में बैटिंग का फैसला किया. अगर यह एक सामान्य पिच होती तो हम जीत जाते थे. उस समय मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव बहुत अच्छे फॉर्म में थे. हम पिच को बदलाव करने के चक्कर में फंस गए.”