मनोकामना पूरी होने पर घंटा चढ़ाते हैं भक्त, 100 साल पहले अचानक प्रकट हुआ ये मंदिर

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मनोकामना पूरी होने पर चढ़ाते हैं घंटा, 100 साल पहले अचानक प्रकट हुआ ये मंदिर

Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 19, 2025, 22:21 ISTChamunda Devi Aligarh : नवरात्र में यहां नौ दिनों तक भजन-कीर्तन और जागरण होता है. इस मंदिर में अखंड ज्योति जलती रहती है. कहा जाता है कि ये ज्योति प्राचीन पीपल के पेड़ के नीचे करीब एक सदी पहले उत्पन्न हुई थी. यूपी के इस शहर मे है चामुंडा मंदिर, मन्नत पूरी होने पर घंटा चढ़ाते हैं भक्तहाइलाइट्सअलीगढ़ के मथुरा रोड पर स्थित है चामुंडा मंदिर.यहां आने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है.नवरात्र में मंदिर में भजन-कीर्तन और जागरण होता है.अलीगढ़. भारत मंदिरों का देश है. यहां कोने-कोने में मंदिर मिल जाएंगे. अलीगढ़ शहर के मथुरा रोड का मंदिर भी खास महत्त्व रखता है. दौलता बाग स्थित इस चामुंडा मंदिर में मां काली की दिव्य प्रतिमा श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है. यहां प्रतिदिन सुबह और शाम पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. मान्यता है कि माता यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी करती हैं. मनोकमना पूर्ण होने के बाद श्रद्धालु घंटा चढ़ाते हैं. नवरात्र में नौ दिन तक यहां भजन-कीर्तन और जागरण होता है. इस मंदिर में अखंड ज्योति जलती रहती है.

भक्ति में डूबे श्रद्धालु

इस मंदिर के प्रमुख सेवादार धर्मदास कहते हैं कि चामुंडा मंदिर 100 साल से ज्यादा पुराना है. यहां उस समय जंगल हुआ करता था. प्राचीन पीपल के पेड़ के नीचे ज्योति उत्पन्न हुई, जिसके बाद से यहां श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो गया. कुछ साल पूर्व ही मां काली की दिव्य प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है. प्रतिमा का आकर्षण नयनाभिराम है. प्रतिमा का दर्शन करने के बाद श्रद्धालु भक्ति में डूब जाते हैं. सेवादार धर्मदास ने बताया कि मंदिर परिसर में भंडारे का स्थान बना हुआ है, जहां श्रद्धालु भंडारे कराते हैं. मनोकामना पूरी होने पर घंटा चढ़ाते हैं. नवरात्र के दाैरान मंदिर में प्रतिदिन भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है. सप्तमी को माता की चौकी लगाई जाती है, जिसमें सुंदर झांकियां भी होती हैँ और व्रत के भंडारे भी चलते हैं.

दूर-दूर से आते हैं भक्त

दौलता बाग का चामुंडा मंदिर अलीगढ़ के सासनी गेट चौराहे से मथुरा रोड पर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है. मंदिर के आसपास खुला स्थान होने के कारण गाड़ियों की पार्किंग की समस्या नहीं होती है. नवरात्र में मंदिर के आस-पास मेले जैसा माहौल रहता है. नवरात्र के दिनों में श्रद्धालुओं की यहां भारी भीड़ रहती है. यहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है. यही वजह है कि भक्त इस मंदिर में दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं.
Location :Aligarh,Uttar PradeshFirst Published :February 19, 2025, 22:21 ISThomelifestyleमनोकामना पूरी होने पर चढ़ाते हैं घंटा, 100 साल पहले अचानक प्रकट हुआ ये मंदिर

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