हाइलाइट्सबीजेपी उत्तर प्रदेश में पसमांदा मुस्लिम बुद्धिजीवी सम्मेलनों का आयोजन करेगीचार करोड़ से ज्यादा पसमांदा मुस्लिम समाज के लाभार्थी हैंरिपोर्ट: संकेत मिश्र
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में हुए बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अल्पसंख्यकों के वंचित वर्ग पसमांदा समाज को अपना बनाने की बात कही थी. अब बीजेपी ने उसे अपने अभियान का हिस्सा बना लिया है. आगामी लोकसभा और निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम समाज की पसंद बनने के लिए खास रणनीति अपनाई है. बीजेपी पसमांदा के जरिए मुस्लिमों की पसंद बनने की योजना पर काम कर रही है.
बीजेपी उत्तर प्रदेश में पसमांदा मुस्लिम बुद्धिजीवी सम्मेलनों का आयोजन करेगी. इसमें पसमांदा समाज को केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा दी जा रही योजनाओं और इस समाज से जुड़े जो लाभार्थी हैं, उनसे सीधा संवाद करेंगी. इन सम्मेलनों में बीजेपी के दिग्गज नेता पसमांदा मुस्लिमों को बताएंगे कि बीजेपी सरकारों ने उनके लिए क्या काम किए. रविवार को बीजेपी ने लखनऊ में पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें जम्मू के बीजेपी सांसद गुलाम अली खटाना, योगी सरकार के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, मंत्री दानिश अली आजाद, मंत्री संजय गंगवार, पूर्व राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री साबिर अली समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे.
सम्मेलनों का होगा आयोजन
बीजेपी ने अल्पसंख्यक मोर्चे को पूरे उत्तर प्रदेश में यह सम्मेलन आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई है. 18 अक्टूबर को कानपुर में पसमांदा कामगार कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी. वहीं अगले माह बीजेपी वाराणसी में सम्मेलन का आयोजन करेगी इसमें मुख्तार अब्बास नकवी एवं केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय महामंत्री भाजपा भूपेंद्र यादव भी मौजूद रहेंगे. पूरब से लगाकर पश्चिम बुंदेलखंड ब्रज क्षेत्र समेत उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में पसमांदा मुस्लिमों को लेकर भारतीय जनता पार्टी सम्मेलन करेगी. वैसे भी भारतीय जनता पार्टी ने पसमांदा मुस्लिमों को नेतृत्व देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में पसमांदा समाज से जुड़े दानिश आजाद को मंत्री बनाया है. यही नहीं बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे में 80% पदाधिकारी पसमांदा मुस्लिम समाज से हैं.
4 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी
भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की जो लिस्ट तैयार की है उसमें चार करोड़ से ज्यादा पसमांदा मुस्लिम समाज के लाभार्थी हैं. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली बताते हैं की पसमांदा समाज को बीजेपी की केंद्र और प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव के लगभग चार करोड़ से ज्यादा लोगों को योजनाओं का लाभ दिया अब पसमांदा समाज को लेकर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा पूरे उत्तर प्रदेश में 16 अक्टूबर से लगातार सम्मेलनों का आयोजन करेगी. कानपुर, वाराणसी, पश्चिम यूपी, अवध और बुंदेलखंड समेत कई क्षेत्रों में पसमांदा मुस्लिम सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.
पसमांदा समाज यूपी की 30 लोकसभा सीटों में निर्णायक भूमिका में
उत्तर प्रदेश में कुल मुस्लिम आबादी में 80 प्रतिशत मुस्लिम बिरादरी पसमांदा समाज की हैं. इनमें अगर शिया, मुगल शेख, सैयद, पठान बिरादरी को छोड़ दे तो शेष सभी मुस्लिम बिरादरी पसमांदा समाज में आते है. इनमें अंसारी, सैफी, मलिक, कुरेशी, राइनी, तुर्क, फारुकी और मंसूरी शामिल हैं. यूपी में सियासी लिहाज से अगर देखा जाए तो कुल 30 लोकसभा की सीटें ऐसी हैं जिनमें पसमांदा मुस्लिम निर्णायक भूमिका में हैं. लोकसभा सीट सहारनपुर में डेढ़ लाख पसमांदा वोटर है. इसी तरह मेरठ में एक लाख तीस हज़ार से ज़्यादा, गाजियाबाद में अस्सी हज़ार से ऊपर, मुरादाबाद में नब्बे हजार के लगभग, रामपुर और अमरोहा में चालीस हज़ार से ज्यादा वोटर इस समाज से है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Lucknow news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : October 17, 2022, 06:51 IST
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