MIRZAPUR: दारू पी है तो नहीं चलेगी बाइक, इंद्रेश ने विज्ञान प्रदर्शनी में पेश किया मॉडल

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MIRZAPUR: दारू पी है तो नहीं चलेगी बाइक, इंद्रेश ने विज्ञान प्रदर्शनी में पेश किया मॉडल



रिपोर्ट : मंगला तिवारी

मिर्जापुर. राजकीय इंटर कॉलेज, मिर्जापुर में मंडलस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. यहां मिर्जापुर के साथ ही भदोही और सोनभद्र जिले के जूनियर व सीनियर वर्ग के छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने स्थिर व क्रियाकारी मॉडल के साथ प्रतिभाग किया. निर्णायक मंडल और राजकीय इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने बाल वैज्ञानिकों से तैयार मॉडल के बारे में बिंदुवार जानकारी ली और छात्रों की प्रतिभा को सराहा.

जय ज्योति इंटर कॉलेज, सोनभद्र के छात्र इंद्रेश कुमार ने नशामुक्त बाइक का मॉडल प्रस्तुत किया. इंद्रेश ने बताया कि मेरे पिताजी शराब के नशे में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे. उन्होंने हेलमेट नहीं लगाई थी. इसके बाद उसके मन में ऐसी बाइक बनाने का विचार आया, जो बगैर हेलमेट के चले ही नहीं. साथ ही यदि कोई व्यक्ति नशे में है तो हेलमेट मोटरसाइकिल चलाने की अनुमति नहीं देगा.

इन उपकरणों का किया है इस्तेमाल

इंद्रेश ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में मोटरसाइकिल व हेलमेट की सहायता ली है. इसमें प्रमुख रूप से माइक्रो कंट्रोलर, सेंसर व बैटरी प्रोडक्शन बोर्ड के साथ ही अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. इसके अलावा हेलमेट में लगे बैटरी को चार्ज करने के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग किया गया है.क्या-क्या लाभ हैं इससे

इंद्रेश ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में स्वचालित आपातकालीन सिस्टम है. यह सिस्टम आपात स्थिति में घर पर ऑटोमेटिक कॉल करने के साथ ही एंबुलेंस को भी लोकेशन के साथ फोन कर देगा. इसके अलावा यदि चालक को नींद आ रही है तो बाइक की गति अपने आप कम हो जाएगी. इसके बाद भी यदि चालक लगातार झपकी ले रहा है तो इंजन स्वतः बंद हो जाएगा.

छात्राओं का हॉइड्रोफोनिक्स मॉडल

सोनभद्र जनपद के राजा शारदा इंटर कॉलेज की छात्राओं ने हॉइड्रोफोनिक्स मॉडल के साथ सहभागिता की. इसकी खासियत यह है कि इससे बगैर मृदा के पौधे उगेंगे. बारहवीं की छात्रा स्नेहा सिंह ने बताया कि हाइड्रोफोनिक ग्रोइंग सिस्टम पौधों को खिलाने के लिए खनिज पोषक जल समाधान का उपयोग करते हैं. यह विधि पौधों के लिए पोषक तत्त्व अवशोषण को सरल बनाती है. स्नेहा ने बताया कि इस तकनीक के जरिए सामान्य मृदा खेती की तुलना में सिर्फ 10 से 20 प्रतिशत तक जल की आवश्यकता होती है. साथ ही इस तकनीक के जरिए पैदा किए गए खाद्य पदार्थों में खाद्य जनित मानव रोग का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है.चयनित मॉडल राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में

इस अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज, मिर्जापुर के प्रिंसिपल राजकुमार दीक्षित ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों के अंदर वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न होता है. उन्होंने बताया कि यहां से चयनित छात्र-छात्राओं को राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में भेजा जाएगा. प्रिंसिपल ने बाल वैज्ञानिकों से मॉडल को लेकर प्रश्न भी किए. बच्चों के जवाब की उन्होंने तारीफ की.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Mirzapur news, Science news, UP newsFIRST PUBLISHED : December 15, 2022, 18:45 IST



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