आजकल डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड फूड का चलन बढ़ गया है, जिससे हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. ऐसे में कुछ पारंपरिक अनाजों की वापसी हो रही है, जो सेहत के लिए तो फायदेमंद हैं ही, साथ ही पोषण का भी खजाना हैं. इनमें से एक सुपरफूड है- मिलेट्स.
दरअसल मिलेट्स अनाजों का एक समूह है, जिनमें ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी और सावा शामिल हैं. ये अनाज पोषण से भरपूर होते हैं और आसानी से उगाए जा सकते हैं. मिलेट्स कम पानी में भी उग पाते हैं, इसलिए इन्हें कम वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त माना जाता है.
मिलेट्स के फायदेमिलेट्स प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं. ये जंक फूड के मुकाबले कहीं ज्यादा सेहतमंद विकल्प हैं.मिलेट्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है. यह डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद होता है.मिलेट्स में मौजूद हाई फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करता है. यह कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने में सहायक होता है.मिलेट्स में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है.मिलेट्स मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए लाभदायक होते हैं.मिलेट्स में कम कैलोरी और हाई फाइबर होता है, जो आपको लंबे समय तक तृप्त रखता है और वजन घटाने में मदद करता है.मिलेट्स ग्लूटेन-फ्री होते हैं, जो सीलिएक रोग और ग्लूटेन सेंसिटिविटी से पीड़ित लोगों के लिए उपयुक्त विकल्प हैं.
मिलेट्स को अपने डाइट में शामिल करने के तरीकेमिलेट्स को दलिया के रूप में खाया जा सकता है.रोटी, पराठा या डोसा बनाने के लिए गेहूं के आटे में मिलेट्स का आटा मिलाया जा सकता है.सलाद में मिलेट्स उबालकर डाले जा सकते हैं.खिचड़ी बनाने के लिए भी मिलेट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.