Last Updated:March 20, 2025, 23:51 ISTRaebareli news hindi today: शुरुआत में इस काम में 4 से 4.5 लाख रुपए की लागत आई थी, क्योंकि पूरा फार्म तैयार करना था. फिर लखनऊ से……X
मुर्गी पालन रायबरेली: “कड़ी मेहनत ही कामयाबी की चाबी है” ये लाइनें रायबरेली की मोबीना बानो पर बिल्कुल फिट बैठती हैं. उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से कुछ ऐसा कर दिखाया कि वे औरतों के लिए मिसाल बन गईं. मोबीना बानो रायबरेली जिले के कस्बा शिवगढ़ के गढ़ी गांव की रहने वाली हैं और बहुत गरीब परिवार से थीं. वह और उनके पति मोहम्मद दानिश मजदूरी करके परिवार चलाते थे, लेकिन इससे घर का खर्च नहीं चल पाता था. तब उन्होंने खुद का काम शुरू करने का सोचा.
उन्होंने रायबरेली के अमावा में रहने वाले अपने रिश्तेदार से मुर्गी पालन के बारे में जानकारी ली. मुर्गी पालन शुरू करने के लिए उन्हें पैसे चाहिए थे, जो उनके पास नहीं थे. उनके परिवार की पहले से ही आर्थिक हालत खराब थी, फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बैंक से कर्ज लेकर मुर्गी पालन शुरू किया. अपनी मेहनत से उन्होंने घर की आर्थिक तंगी को दूर करते हुए सफलता हासिल की. अब वह सालाना अच्छी कमाई कर रही हैं.
पति के साथ मिलकर करती हैं कामलोकल 18 से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह अपने पति मोहम्मद दानिश के साथ मिलकर मुर्गी पालन का काम करती हैं. उनके पति इस काम में पूरी मदद करते हैं, जिससे काम आसानी से हो जाता है. उनका पोल्ट्री फार्म 4 हजार स्क्वायर फीट में फैला हुआ है. वह पिछले 8 साल से मुर्गी पालन कर रही हैं.
साल भर में अच्छा मुनाफाउन्होंने बताया कि शुरुआत में इस काम में 4 से 4.5 लाख रुपए की लागत आई थी, क्योंकि पूरा फार्म तैयार करना था. फिर लखनऊ से चूज़े लाती हैं और उनके खाने के लिए मुर्गी दाना देती हैं. समय-समय पर डॉक्टरों को बुलाकर स्वास्थ्य जांच भी कराती हैं ताकि चूज़ों को कोई बीमारी न हो. जब चूज़े बड़े हो जाते हैं तो उन्हें ऑनलाइन मोबाइल के जरिए बेच देती हैं, जिससे कहीं आना-जाना नहीं पड़ता. अब वह सालाना 6 से 7 लाख रुपए कमा लेती हैं. अब इस काम में सीजन में 80 से 90 हजार रुपए की लागत आती है.
Location :Rae Bareli,Uttar PradeshFirst Published :March 20, 2025, 23:51 ISThomeuttar-pradeshमहिलाओं के लिए प्रेरणा है रायबरेली की मोबीना, मुर्गी पालन से करती हैं कमाई