आगरा. शादी सात जन्मों का बंधन होता है. साथ जीने मरने की कसमें खाई जाती हैं लेकिन आगरा में एक दंपत्ति के बीच लड़ाई की ऐसी वजह सामने आई जिससे सुनकर पुलिस और परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर्स माथा पकड़ने को मजबूर हो गए. पत्नी ने काउंसलर्स के सामने शर्त रख दी कि पति मुझे और बच्चों को खर्च करने को पैसे दे और वह अपने प्रेमी के साथ रहेगी. पति ने कहा कि जब तक उसकी पत्नी वापस उसके पास नहीं आएगी, वह एक रुपया भी नही देगा. मामला आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा है.10 साल पहले हाथरस की रहने वाली एक महिला की शादी आगरा के युवक से हुई थी. शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था. महिला के दो बच्चियां हैं लेकिन पति ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में आगरा से बाहर रहता था. महिला ने किसी अन्य युवक से अपना दिल लगा लिया. पति को भूल महिला ने प्रेमी के साथ ही जीने मरने की कसमें खा लीं. जब पति को मामले की भनक तो उसने विरोध किया. महिला अपनी दोनों बच्चियों को लेकर प्रेमी के साथ रहने लगी. पति ने थाना पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने मामला परिवार परामर्श केंद्र में ट्रांसफर कर दिया.दोनों को बुलाया समझौते के लिएपरिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर डॉक्टर अमित गौड़ ने बताया कि पति और पत्नी दोनों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था. महिला का कहना है कि पति टाइम नहीं दे पाता है, जिसके चलते अब वह अपने प्रेमी के साथ रहेगी. महिला ने कहा कि उसका प्रेमी भी शादीशुदा है, उसके भी बीवी-बच्चे हैं. वह कब तक मेरा और मेरे बच्चों का खर्चा उठाएगा. महिला ने पति से अपना और बच्चों का खर्चा देने की मांग की है. पति ने कहा है कि जब तक पत्नी बच्चों को लेकर वापस उसके साथ नहीं रहेगी, तब तक वह पैसा नहीं देगा. फिलहाल सुनवाई के लिए अगली तारीख दी गई है. अगर समझौता नहीं होता तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा.FIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 18:40 IST