महाशिवरात्रि पर यहां पूजन करने से मिलता है विशेष फल, भोलेनाथ ही नहीं पूरा परिवार देता है आशीर्वाद!

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Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 25, 2025, 14:35 ISTKannauj: इस शिव मंदिर में पूजा करने की विशेष मान्यता है. ऐसा कहते हैं कि यहां सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से पूरे शिव परिवार की कृपा मिलती है. ये देश का इकलौता मंदिर भी माना जाता है जहां पूरा शिव परिवार है. X

महाशिवरात्रिहाइलाइट्सकन्नौज में बाबा गौरी शंकर मंदिर का विशेष महत्व है.यहां पूजा करने से पूरे शिव परिवार की कृपा मिलती है.महाशिवरात्रि पर इस मंदिर में पूजा का विशेष महत्व है.कन्नौज. इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में ना तो सुगंध की कमी है और ना ही ऐतिहासिक चीजों की. कन्नौज में एक ऐसा ऐतिहासिक, अति प्राचीन बाबा गौरी शंकर मंदिर है, जिसका वर्णन वेदों और पुराणों में भी हुआ है. महाराजा हर्षवर्धन के समय में यहां पर 1000 पुजारी पूजा किया करते थे. मान्यता यह भी है कि यह ऐसा विश्वभर में इकलौता शिवलिंग है, जहां पर पूरा शिव परिवार विद्यमान है. जो भी श्रद्धालु यहां पर सच्चे मन से पूजा करता है, भगवान शिव के साथ-साथ संपूर्ण शिव परिवार की कृपा उसे मिलती है.

इसे गौरीमुखी शिवलिंग कहा जाता है. राजा जयचंद की पुत्री संयोगिता रोज यहां पर दर्शन करने आया करती थी. महाशिवरात्रि के दिन यहां पर पूजा का विशेष महत्व रहता है. दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं. खुद पुरातत्व विभाग ने इस शिवलिंग को छठी शताब्दी के पहले का माना है.

कहां है ये मंदिरकन्नौज रेलवे स्टेशन से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर, राजा जयचंद के किले के बिल्कुल पास में बाबा गौरी शंकर नाम का यह ऐतिहासिक मंदिर है. इस शिवलिंग को गौरीमुखी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि माता सती का कुंडल यहां पर गिरा था, जिस कारण यह सिद्ध पीठ स्वयंभू रूप में अपने आप जमीन से ऊपर आया.

इस शिवलिंग में साक्षात पूरे शिव परिवार के दर्शन किए जाते हैं. बाईं तरफ गणेश जी का प्रतिबिंब शिवलिंग में बना है, तो वहीं दाईं तरफ एक कुंडल उभरा हुआ है. मध्य में गौरीमुखी शिवलिंग है. ऐसा माना जाता है कि ऐसा अद्भुत और अलौकिक शिवलिंग विश्वभर में सिर्फ कन्नौज में ही है.

ये कहानी भी है प्रचलितयहां के लोगों की मानें तो एक वक्त ऐसा था जब मां गंगा साल में एक बार इस शिवलिंग पर जलाभिषेक करने अपने रौद्र रूप में आती थीं, क्योंकि यह मंदिर गंगा किनारे है. जैसे ही मां गंगा शिवलिंग को स्पर्श करती थीं, वैसे ही वह शांत होकर अपने मार्ग से आगे बढ़ जाती थीं.

मंदिर के पुजारी अनिरुद्ध दीक्षित बताते हैं कि शिवरात्रि के दिन यहां पर पूजा-पाठ करने पर श्रद्धालुओं को भगवान शिव के साथ-साथ उनके पूरे परिवार की कृपा मिलती है. गौरीमुखी शिवलिंग अत्यंत प्रतापी शिवलिंग है. भगवान शिव बहुत साधारण पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं. गंगाजल और दूध के अभिषेक का विशेष महत्व रहता है, साथ ही भगवान शिव को बेलपत्र बहुक प्रिय है. श्रद्धालु पूरे भक्ति भाव से पूजा-पाठ करें तो उन्हें भगवान शिव की कृपा जरूर मिलती है.

क्या कहते हैं स्थानीय निवासीस्थानीय निवासी गौरव त्रिपाठी बताते हैं कि यह पूरे विश्व में एकमात्र ऐसा मंदिर है, जिसमें संपूर्ण शिव परिवार विद्यमान है और शिवलिंग पर साक्षात पूरा परिवार देखा भी जा सकता है. इसे हर्षवर्धन काल का मंदिर माना जाता है. उस समय यहां पर 1000 पुजारी रोज पूजा किया करते थे. राजा जयचंद की पुत्री संयोगिता यहां पर हर दिन दर्शन करने आती थीं.
Location :Kannauj,Uttar PradeshFirst Published :February 25, 2025, 14:35 ISThomeuttar-pradeshमहाशिवरात्रि पर यहां पूजा करने से भोलेनाथ का पूरा परिवार करता है कृपा!

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