महाभारत काल का है यह मंदिर, यहां पांडवों ने स्थापित किया था शिवलिंग, जानिए मान्यता

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महाभारत काल का है यह मंदिर, यहां पांडवों ने स्थापित किया था शिवलिंग, जानिए मान्यता



सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: वैसे तो देश भर में भगवान शिव के कई ज्योतिर्लिंग स्थापित है जिनकी अलग महिमा है. ऐसी ही एक जगह है उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में स्थित पांडेश्वर नाथ मंदिर जो रेलवे स्टेशन मार्ग पर स्थित है. मान्यता है की महाभारत काल के दौरान माता कुंती द्वारा शिवजी की स्थापना की थी. सदियों पहले जब फर्रुखाबाद की स्थापना नहीं हुई थी उस दौरान इस क्षेत्र में बड़े रकबे में जंगल हुआ करता था. उस समय यहां पर प्राचीन पीपल का पेड़ मौजूद था. जिसके पास एक चबूतरे पर पांडवों द्वारा शिव ज्योतिर्लिंग स्थापित किया गया था.

पांडेश्वर नाथ मंदिर के महंत उमेश शर्मा ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना उस समय हुई जब पांडव वनवास के लिए गए थे. तब यहां पर जंगलों के पास कुम्हारों की बस्ती हुआ करती थी. वहीं पर माता कुंती के साथ पांचों पांडव रहने आए थे. उस दौरान माता कुंती ने अपने पुत्रों से कहा कि जिस कारण हम इतने कष्ट काट रहे हैं इसलिए हमें शिव जी की आराधना करनी है. इसलिए हमें शिवलिंग की जरूरत है. तभी पांचों पांडव सभी दिशाओ को चले गए बाद में जब सभी शिवलिंग लेकर लौटे तो सभी दिशाओं से वापस आए.

जिले में पांच जगह स्थापित है ज्योर्तिलिंग

युधिष्ठिर शिवलिंग लेकर आए उसे धौम्य ऋषि द्वारा पांडवों के सामने ही स्थापित किया गया. उसी शिवलिंग को आज हम पांडेश्वर नाथ मंदिर के नाम से जानते है. वहीं भीमसेन द्वारा ले गए शिवलिंग को गंगा जी के तुम्हारे रास्ते पर स्थापित किया गया. अर्जुन द्वारा लाए गए शिवलिंग को तामेश्वर नाथ के नाम से अब जाना जाता है. नकुल के द्वारा लाए गए शिवलिंग को कोतवालेश्वर नाम से तथा सहदेव द्वारा लाए गए शिवलिग को कंपिल में स्थापित किया गया. स्थापना के समय से अब तक भक्तगण यहां आते हैं. सुबह 4:30 बजे से भक्त आने लगते हैं यहां पर पहले चबूतरे पर शिव जी की स्थापना की गई थी.

दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी!

गंगा के किनारे पर राजा द्रुपद का किला हुआ करता था. वहीं ऋषि धौम्य का आश्रम था.यहीं पर पांडवों ने काफी समय व्यतीत किया था. यहां उस समय मंदिर परिसर में स्थित तीन कुआं जो कि उस समय पानी की जरूरत को पूरा करते थे. इस समय भी क्षेत्र के लोग पांचाल नगरी पहुंचकर मां गंगा के यहां से जल भरकर लाते हैं और पांडेश्वर नाथ मंदिर में पहुंचकर उनका रुद्राभिषेक करते हैं. यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्तों का तांता लगा रहता है. मान्यताओं के अनुसार यहां पर जो भी भक्त पहुंचता है शिवजी उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
.Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 15:11 IST



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