मेरठ के जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी अपने पश्चाताप को रंगों से उकेर कर दे रहा है अपराध से दूर ?

admin

मेरठ के जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी अपने पश्चाताप को रंगों से उकेर कर दे रहा है अपराध से दूर ?



मेरठ:-रंगों colors की बात की जाए तो रंग जीवन life में खुशियों happiness का प्रतीक माने जाते हैं.जो व्यक्ति रंगों को आकृति में रंगना जान जाए.समाज में उसकी ज्यादा चर्चा देखने को मिलती है. क्योंकि चित्रकार जीवन के प्रत्येक दर्द और संदेश को रंगों में ऐसे तब्दील करता है कि सामने वाला भी दर्द को समझने में देर नहीं करता.कुछ इसी तरह का नजारा मेरठ की जेल में देखने को मिल रहा है.जी हां चौधरी चरण सिंह जिला कारागार Choudhary Charan Singh District jail मेरठ meerut में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी गौरव प्रताप उर्फ अंकुर जेल में पेंटिंग के माध्यम से अपने उस दौर को भूलना चाहता है जिस दौर ने उसके जीवन को बर्बाद कर दिया.मेरठ जिला कारागार में एक ऐसा बंदी पेंटिंग के जरिये समाज को अपराध से दूर रहने का संदेश दे रहा है.जिसका खुद का आपराधिक इतिहास रहा है.
राधा कृष्ण की आकृति ने किया जीवन में बदलावपेंटिंग बना रहे कैदी अंकुर ने बताया कि वह कारागार में ही दीवारों पर राधा कृष्ण की पेंटिंग बनाता था.परेड के दौरान जेल अधीक्षक राकेश कुमार, जेलर राजेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने उसे सुधरने का अवसर दिया.जिसके पश्चात नगर निगम और एनजीओ की टीम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जेल में पेंटिंग बनाई जा रही थी.तब अंकुर ने भी पेंटिंग बनानी सीखी.अब तक वह ढाई सौ पेंटिंग बना चुका है.जिसमें कैनवास की पेंटिंग भी शामिल है.
अपराध लोगों के जीवन को बेरंग कर देता हैअंकुर ने कहा कि शुरू में लोग अपराध की दुनिया को काफी अच्छा मानते हैं.लेकिन यह अपराध जिंदगी के रंगों को बेरंग कर देता है.ऐसे में आज के युवा अपराध से दूर होकर अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने पर फोकस करें.क्योंकि उसने जिस अपराध को अपना जीवन बनाया था.उसने उसके अपनों को ही उससे दूर कर दिया.आज वह आजीवन कारावास काट रहा है.उसने कहा अपराध का अंत बहुत बुरा होता है. ऐसे में युवा अपने जीवन को अच्छे कामों में लगाएं.वर्ष 2011 में किया गया था अंकुर को गिरफ्तारNEWS-18 LOCAL MEERUT से बातचीत करते हुए चौधरी चरण सिंह जिला कारागार अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि रायबरेली के गौरव प्रताप उर्फ अंकुर को लखनऊ के एक अस्पताल में रहने के दौरान एक हत्या के मामले में 2011 में गिरफ्तार किया गया था.जिसके बाद से अंकुर को लखनऊ जेल में बंद किया गया था. उत्पाती व्यवहार के कारण लखनऊ जेल से उन्नाव जेल में भेजा गया था.लेकिन वहां भी अंकुर के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया. जिसके बाद अंकुर को मेरठ जेल में भेज दिया गया.वर्ष 2020 में ही अंकुर को आजीवन कारावास की सजा हुई थी.सपनों को देता है आकृतिअंकुर ने बताया कि रात को सपने में जो भी देखता है.उसी सपने को सच करने के लिए वह रंगों को आकृति का रूप देते हुए पेंटिंग बनाता है.जिसमें एक पेंटिंग उसने अपने खुद के जीवन पर बनाई है.बताते चलें कि जेल प्रशासन द्वारा नियम अनुसार एनजीओ से भी संपर्क किया जा रहा है.जिससे अंकुर की पेंटिंग को बाहर बिक्री के लिए रखा जाए.उससे जो भी पैसा आए वह उसके परिवार को भेजा जा सके.

रिपोर्ट विशाल भटनागर मेरठ

आपके शहर से (मेरठ)

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Meerut news



Source link