Last Updated:March 13, 2025, 15:33 IST
मेरठ के किला परीक्षितगढ़ स्थित श्री श्रृगी ऋषि आश्रम और अमृतसर सरोवर धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व रखते हैं. विद्वानों की सलाह से निर्मित यह स्थल श्रद्धालुओं के लिए पूजन और स्नान हेतु खुला रहेगा तथा इसे पर्यटक कें…और पढ़ेंX
सरोवर फोटो विशाल भटनागर/ मेरठ- क्रांति धरा मेरठ की बात की जाए तो यहां विभिन्न धार्मिक स्थल देखने को मिलते हैं, जो महाभारत काल की यादों को जीवित रखते हैं. ऐसा ही एक महत्वपूर्ण स्थल है किला परीक्षितगढ़ स्थित श्री श्रृगी ऋषि आश्रम. कहा जाता है कि यहीं से कलयुग की शुरुआत हुई थी. इस ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यता को ध्यान में रखते हुए परीक्षितगढ़ क्षेत्र में श्री श्रृंगी ऋषि अमृतसर सरोवर का निर्माण किया गया है, जहां श्रद्धालु विधिपूर्वक पूजा-अर्चना और स्नान कर सकेंगे.
विद्वानों की सलाह से हुआ निर्माणएडीओ पंचायत राज रामनरेश ने लोकल-18 से बातचीत में बताया कि विभिन्न धार्मिक आचार्यों और विद्वानों से चर्चा के बाद श्री श्रृगी ऋषि आश्रम से कुछ दूरी पर उनकी कर्मभूमि गांव आलमगिरपुर बढ़ला में श्री श्रृंगी अमृतसर सरोवर का निर्माण किया गया है. आने वाले समय में यहां सनातन संस्कृति के अनुसार कलश यात्रा निकालकर पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसके बाद श्रद्धालु पवित्र जल में स्नान कर सकेंगे. धार्मिक मान्यता है कि इस जल से स्नान करने पर चर्म रोग सहित अन्य बीमारियां भी दूर हो जाती हैं.
पर्यटक स्थल के रूप में विकासब्लॉक प्रमुख ब्रह्म सिंह ने लोकल-18 से बातचीत में बताया कि हस्तिनापुर को महाभारत कालीन धरती के रूप में जाना जाता है, और किला परीक्षितगढ़ भी इसी क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हजारों साल पुरानी मान्यताओं को जीवंत रखने के उद्देश्य से श्री श्रृगी ऋषि अमृतसर सरोवर का निर्माण किया गया है. इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक दोनों लाभान्वित होंगे.
यहां मिलेंगी आधुनिक सुविधाएंसरोवर के आसपास वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे ग्रामीणों को डिजिटल सेवाओं का लाभ मिलेगा. गांव के नाम से ही सेल्फी पॉइंट बनाया गया है, जिससे यह स्थान युवाओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा. इसके अलावा, नाव चलाने की योजना भी बनाई जा रही है. सरोवर के आसपास की स्वच्छता और सुंदरता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
ग्रामीणों की उम्मीदेंगांव के निवासी शाहिद का कहना है कि इस सरोवर के निर्माण से गांव की दिशा और दशा में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है. यदि आप आज भी श्री श्रृंगी आश्रम जाते हैं, तो वहां कलयुग के आगमन से जुड़े विभिन्न पदचिह्न देखने को मिलेंगे. इस पहल से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन और ग्रामीण विकास को भी नई दिशा मिलेगी.
Location :Meerut,Uttar PradeshFirst Published :March 13, 2025, 15:33 ISThomeuttar-pradeshमेरठ के इस रहस्यमयी स्थल से हुई थी कलयुग की शुरुआत? अब बनेगा पर्यटन केंद्र!