नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के एक बयान पर जमकर भड़के हैं. रवि शास्त्री का कहना है कि उनकी नौकरी हर किसी को मक्खन लगाना नहीं है. शास्त्री के इस बयान से क्रिकेट जगह में हलचल मच गई है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ये बयान दिया था कि रवि शास्त्री के कार्यकाल में उनके साथ टीम में भेदभाव होता था. अश्विन ने पूर्व कोच शास्त्री पर आरोप लगाया था कि शास्त्री के एक बयान से वह बुरी तरह टूट चुके थे और क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया था.
‘मेरी नौकरी हर किसी को मक्खन लगाना नहीं’
रविचंद्रन अश्विन के इस बयान पर पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपना रिएक्शन दिया है. इंडियन एक्सप्रेस के एक प्रोग्राम में शास्त्री ने कहा, ‘अश्विन सिडनी टेस्ट नहीं खेल पाए और तब कुलदीप ने अच्छी गेंदबाजी की. इसलिए यह उचित है कि मैं कुलदीप को मौका दूं. अगर इससे अश्विन को ठेस पहुंची है, तो मैं बहुत खुश हूं. इसने उसे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया. मेरा काम हर किसी के टोस्ट पर मक्खन लगाना नहीं है. मेरा काम बिना एजेंडे के तथ्यों को बताना है. मेरा काम हर किसी के टोस्ट पर मक्खन लगाना नहीं है (हर किसी को खुश रखना नहीं है) मेरा काम बिना एजेंडे के तथ्यों को बताना है.’
अश्विन पर भड़के रवि शास्त्री
शास्त्री ने कहा, ‘यदि आपका कोच आपको चुनौती देता है, तो आप क्या करेंगे? रोते हुए घर जाओ और कहो कि मैं वापस नहीं आऊंगा. मैं कोच को गलत साबित करने के लिए एक खिलाड़ी के रूप में इसे एक चैलेंज समझूंगा. अगर कुलदीप पर मेरे बयान से अश्विन को ठेस पहुंची है, तो मुझे खुशी है कि मैंने यह बयान दिया. इसने उन्हें कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि तब के अश्विन और आज के अश्विन में जमीन-आसमान का अंतर है.’
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बयान दिया था कि 2018-19 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सिडनी टेस्ट मैच में कुलदीप यादव ने एक पारी में 5 विकेट झटककर तहलका मचा दिया था. ऐसा कारनामा कभी अश्विन जैसे दिग्गज स्पिनर भी नहीं कर पाए थे. मैच के बाद तब कोच रहे रवि शास्त्री ने कहा था कि कुलदीप हमारे ‘प्राइमरी स्पिनर’ होंगे. वह ओवरसीज टेस्ट क्रिकेट में हमारे नंबर एक स्पिनर बन गए हैं. शास्त्री की ये बात अश्विन को चुभ गई. इस पर अश्विन ने कहा कि उस दिन शास्त्री ने जो कुछ कहा, उसने उन्हें ‘तोड़कर’ रख दिया. अश्विन के मुताबिक, उन्हें ऐसा लगा कि उन्हें जानबूझकर सजा दी जा रही है. अश्विन ने कहा, ‘उस दिन ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझे चलती बस के आगे ढकेल दिया हो.’