सृजित अवस्थी/पीलीभीत: गोमती नदी का उदगम स्थल पर पीलीभीत जिले की कलीनगर तहसील में स्थित है. बीते कुछ सालों से लगातार इस उद्गम स्थल व गोमती के उद्धार को लेकर तमाम कार्य कराए जा रहे हैं. अब गोमती नदी के किनारे बसे गांवों में औषधि वाटिकाएं बनाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है.
पीलीभीत जिला टाइगर रिजर्व की घोषणा के बाद से ही देश दुनिया में इको टूरिज्म के लिहाज से जाना जाता है. लेकिन पीलीभीत जिला धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी काफी अधिक महत्वपूर्ण है. पौराणिक मान्यता के अनुसार पीलीभीत जिले की कलीनगर तहसील में स्थित गोमती उद्गम स्थल गौतम ऋषि समेत तमाम मुनियों की तपोभूमि भी रही है. लंबे अरसे तक गोमती उद्गम स्थल व नदी बदहाली का दंश झेलती रही. लेकिन बीते कुछ सालों में प्रशासन ने इस ओर विशेष ध्यान दिया.
70 तरह केऔषधीयपौधे लगाए जाएंगेवहीं गोमती के उद्धार को लेकर लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं. हाल ही में गोमती उद्गम स्थल पर एक जनसंवाद कार्यक्रम चलाया गया. जिसमे प्रशासन व गोमती से जुड़े लोगों ने फैसला लिया है कि नदी से जुड़े 16 गांवों में औषधि वटिकाएं बनाई जाएंगी. इन वाटिकाओं में 70 तरह के अलग अलग औषधीय गुणों वाले पौधे लगाए जाएंगे. वहीं इन वाटिकाओं से उपजी औषधियों का लाभ आसपास के ग्रामीणों को दिया जाएगा.
समय समय पर खड़े होते हैं सवालबीते कुछ सालों में गोमती उद्गम स्थल व नदी के सुधार को लेकर प्रयास तो ज़रूर हुए हैं. लेकिन समय समय पर गोमती नदी के घाटों की दुर्दशा को लेकर सवाल खड़े होते हैं. हाल ही में गोमती नदी की 960 किलोमीटर पदयात्रा करने वाली वाटर वूमेन शिप्रा पाठक ने भी गोमती नदी के घाट व नदी पर अतिक्रमण को लेकर चिंता जाहिर की है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2023, 14:16 IST
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