Mauni Amavasya 2023: चित्रकूट में मौनी अमावस्या के दिन आज भी आते हैं प्रभु श्रीराम!

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Mauni Amavasya 2023: चित्रकूट में मौनी अमावस्या के दिन आज भी आते हैं प्रभु श्रीराम!



रिपोर्ट – धीरेन्द्र शुक्ला

चित्रकूट. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमाओं से घिरा चित्रकूट भगवान राम की साधनास्थली के रूप में विश्व विख्यात है. ऐसी मान्यता है कि माघ के महीने में पड़ने वाली अमावस्या अर्थात मौनी अमावस्या को चित्रकूट में बहने वाली पवित्र मन्दाकिनी नदीं में स्नान कर कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. इसी मान्यता के चलते 10 लाख की तादाद में श्रद्धालु चित्रकूट में मंदाकनी नदीं में डुबकी लगाकर कामतानाथ के दर्शन करते हैं. इस बार चित्रकूट प्रशासन के मुताबिक, 20 लाख श्रद्धालुओं की आने की संभावना है .

ऐसी मान्यता है कि आज भी श्री राम चित्रकूट में ही वास करते हैं. वैसे तो हर महीने अमावस्या पड़ती है, लेकिन माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या ‘मौनी अमावस्या’ के नाम से प्रसिद्ध है. इस वर्ष 22 जनवरी दिन रविवार को पड़ रही है. मौनी अमावस्या के दिन रविवार अर्थात भगवान सूर्य का योग होने से इसका महत्व अधिक हो गया है. क्योंकि यह सोमवती अमावस्या के नाम से प्रसिद्ध है.

चित्रकूट में लाखों श्रद्धालु मां मंदाकनी ने डुबकी लगाते हैंचित्रकूट के पंडित राम नारायण त्रिपाठी ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन सफलतादायक शुभ योग है. इसमें किए गए शुभ कार्य सफल होते हैं. समस्त शुभ कार्यों के लिए यह योग उत्तम फलदायक होता है. मौनी अमावस्या में स्नान का विशेष महत्व है. इस दिन मौन रहकर अथवा मुनियों के समान आचरण पूर्वक स्नान-दान करने का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है कि मां मंदाकनी में स्नान कर भक्त अपनी सभी शुभ कार्य करके मनोकामना पूरी करते है.

मौनी अमावस्या में भक्त इन चीजों का करते हैं दानचित्रकूट के पंडित राम नारायण त्रिपाठी के मुताबिक, मौनी अमावस्या में स्नान करके तिल, तिल का लड्डू, तिल का तेल, आंवला, वस्त्र आदि का दान करते हैं. इस दिन साधु, महात्मा तथा ब्राह्मणों के सेवन के लिए अग्नि प्रज्वलित करते है तथा उन्हे कम्बल आदि जाड़े के वस्त्र देते है.

इस दिन गुड़ में काला तिल मिलाकर लड्डू बनाना चाहिए तथा उसे लाल वस्त्र में बांधकर दान करना चाहिए. स्नान-दान आदि के अतिरिक्त इस दिन पितृ-श्राद्ध आदि करने का भी विधान है. श्रद्धालु मौनी अमावस्या के दिन पीपल वृक्ष के नीचे भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करने के बाद विधान पूर्वक पूजन करते है. (यह खबर मान्‍यताओं पर आधारित है. न्‍यूज18 इसकी पुष्टि नहीं करता.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, Lord RamFIRST PUBLISHED : January 20, 2023, 17:49 IST



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