Mathura: हर त्योहार में अपना रंग ढूंढ लेती हैं वृंदावन के आश्रमों की विधवा माताएं, जानें कैसे?

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Mathura: हर त्योहार में अपना रंग ढूंढ लेती हैं वृंदावन के आश्रमों की विधवा माताएं, जानें कैसे?



रिपोर्ट-चंदन सैनी
मथुरा. रक्षाबंधन खुशियों और रंग-बिरंगी राखियों का त्योहार है. भाई और बहन के पवित्र रिश्ते को एक डोर से बांधने का त्योहार है, लेकिन मथुरा में वृंदावन के आश्रमों में रहने वाली विधवा महिलाएं भी हर साल रक्षाबंधन मनाती हैं. खुद अपने हाथों से तैयार कर राखियां अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजती हैं. वृन्दावन में रह रहीं बेसहारा विधवा माताओं को जब अपनों ने छोड़ दिया, तो इनके जीवन का हर रंग सफेद हो गया. ऐसे में विधवा माताओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना भाई मान लिया है.
हर साल की तरह इस साल भी विधवा माताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रक्षाबंधन के त्योहार पर 500 से ज्यादा राखियों के साथ-साथ तिरंगा झंडे भेजे गए हैं. भाई बहन के इस त्योहार पर इन बेसहारा विधवा माताओं का भले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खून का रिश्ता ना हों, लेकिन विधवा माताओं को देश के प्रधानमंत्री के रूप में एक भाई मिला है. वैसे तो हर साल आश्रम की कुछ विधवा माताएं रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए पीएम के घर जाती थीं, लेकिन पिछले दो सालों से कोविड संकट के कारण नहीं जा सकी हैं.
हर त्योहार में ढूंढती हैं अपना रंगअपनों की अनदेखी और तिरस्कार झेलने के बाद आश्रय सदनों में रहकर जीवन यापन करने वाली विधवा माताओं के चेहरों पर काफी खुशी है. इन्हें यकीन है कि इनकी बनाई राखियां प्रधानमंत्री मोदी की कलाई पर जरूर बांधी जाएंगी. कभी दुर्गा पूजा में तो कभी होली के त्योहार में ये विधवा माताएं अपने हिस्से का रंग ढूंढ ही लेती हैं. अब ये महिलाएं भाई बहन के इस प्यार के त्योहार में भी अपने हिस्से की खुशियां बटोरने का काम कर रही हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Mathura news, MP Narendra Modi, Raksha bandhanFIRST PUBLISHED : August 12, 2022, 09:40 IST



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