आशीष त्यागी/बागपत: जनपद में माटी कला योजना से मजदूर अब उद्यमिता की राह पर अग्रसर होकर उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बन रहे हैं. ऐसी ही एक सफलता की इबारत किरठल के मुकेश कुमार ने लिखी है. समाचार पत्र से उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड की माटी कला टूलकिट योजना के विषय में जानकारी लेकर उन्होंने आवेदन किया, जिसके अंतर्गत माटी कला के परंपरागत कारीगरों को नि:शुल्क विद्युत चाक का वितरण किया जाता है.
मुकेश ने जिला ग्रामोद्योग कार्यालय बागपत से संपर्क किया, ऑनलाइन आवेदन कर उन्होंने साक्षात्कार में भाग लिया और तमाम प्रक्रिया को पूर्ण करने के पश्चात विभाग द्वारा उनको विद्युत चालक चाक निशुल्क प्राप्त हुआ. पूर्व में मुकेश द्वारा पत्थर के चाक से मिट्टी बर्तन बनाए जाते थे, जिसमें श्रम और समय अधिक लगता था और बमुश्किल परिवार का भरण पोषण हो पाता था. परिवार पालने के लिए भट्टे पर मजदूरी भी करनी पड़ती थी. उन्होंने विभाग की मदद से विद्युत चालक मिलने से अपने परंपरागत मिट्टी के कार्य को और आगे बढ़ाया, जिससे त्योहार के सीजन में लाखों रुपए का मुनाफा कमाया.
आस-पास के लोगों रोजगारइससे उनकी आर्थिक स्थिति में पहले से काफी सुधार हुआ है और अब वह अपने काम को विस्तार दे रहे है. साथ ही वह अब आस-पास के लोगों के लिए भी रोजगार के अवसरों का सृजन कर रहे है. कुछ नया करने की इच्छा रखने वाले नवयुवकों और पारंपरिक कारीगरों को भी विभागीय योजनाओं की जानकारी देते है. विभाग द्वारा उनके निर्मित माल को बेचने के लिए विभाग द्वारा संचालित प्रदर्शनी एवं स्थानीय बाजार में दुकान स्टॉल निशुल्क प्रदान की जाती है.
लोग बन रहे आत्मनिर्भरवहीं जिला ग्रामोद्योग अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि इस योजना अंतर्गत गत वर्षों में 78 चाक का वितरण कराया जा चुका है. एवं वर्ष 2022-23 में 35 चाक वितरण का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जिसके सापेक्ष 35 लाभार्थियों का चयन सूची मुख्यालय लखनऊ प्रेषित की गई. उक्त 35 चाक की आपूर्ति शीघ्र ही जिला ग्रामोद्योग कार्यालय बागपत द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है.
.Tags: Baghpat news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 10:05 IST
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