सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : सनातन धर्म में हर पर्व हर त्योहार का अपना अलग ही महत्व होता है. साल के प्रत्येक महीने में मां आदि शक्ति दुर्गा की उपासना का भी विधान है. हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि के नाम से जाना जाता है. इस दिन माता दुर्गा की विधि-विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. कहा जाता है कि इस दौरान माता दुर्गा पृथ्वी पर निवास करती है और अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती हैं.
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 19 दिसंबर को दोपहर 1 बजकर 07 मिनट पर हो रही है. जिसका समापन 20 दिसंबर सुबह 11 बजकर 14 मिनट पर होगा. उदया तिथि को देखते हुए मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत 20 दिसंबर को रखा जाएगा.
ऐसे करें मां दुर्गा कि पूजामासिक दुर्गा अष्टमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद गंगाजल डालकर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. माता दुर्गा का गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए. साथ ही माता दुर्गा के सामने दीप प्रज्वलित करना चाहिए. उसके बाद अक्षत सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए. भोग के रूप में मिठाई चढ़ाना चाहिए. धूप,दीप, अगरबत्ती जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से माता दुर्गा जल्द प्रसन्न होती है और अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती है.
(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र द्वारा आधारित है न्यूज़ 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : December 14, 2023, 20:58 IST
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