हाल ही में HMPV वायरस के कहर के बाद, अब मारबर्ग वायरस ने दुनिया को चिंता में डाल दिया है. तंजानिया में इस खतरनाक वायरस के कारण 8 लोगों की मौत हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है. डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने मारबर्ग वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता जताई है.
मारबर्ग वायरस एक दुर्लभ लेकिन घातक वायरस है, जो मारबर्ग और इबोला वायरस परिवार से संबंधित है. यह वायरस इंसानों में गंभीर और जानलेवा हेमोरहेजिक बुखार का कारण बनता है. पहली बार 1967 में जर्मनी और सर्बिया में यह वायरस सामने आया था. यह चमगादड़ों से इंसानों में फैलता है और फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरों तक पहुंचता है.
लक्षण और प्रभावमारबर्ग वायरस से संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, डायरिया और आंतरिक रक्तस्राव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. यह वायरस इतना घातक है कि इसके संक्रमण से मृत्यु दर 80% तक हो सकती है.
तंजानिया में हालाततंजानिया में मारबर्ग वायरस के प्रकोप ने स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट पर ला दिया है. अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और कई अन्य संक्रमित होने की आशंका है. डब्ल्यूएचओ की टीम तंजानिया में पहुंचकर वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने और प्रभावित लोगों के इलाज के लिए उपाय कर रही है. संक्रमित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है, और स्थानीय निवासियों को संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
डब्ल्यूएचओ ने क्यों जताई चिंता?डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मारबर्ग वायरस का प्रकोप दुनिया के लिए एक बड़ी चेतावनी है. अधिकारियों का कहना है कि यह वायरस न केवल तेजी से फैल सकता है, बल्कि इसके कारण जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है. डब्ल्यूएचओ ने वायरस पर काबू पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया है.
कैसे करें बचाव?स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मारबर्ग वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और किसी भी संदिग्ध लक्षण के दिखने पर तुरंत मेडिकल हेल्प लें. संक्रमित क्षेत्रों में जाने से बचें और सतर्कता बनाए रखें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.