मणिपुर हिंसा: 10 KM दूर एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगे 3 दिन, यूपी के छात्रों ने कहा- न खाना ही मिला, न पानी

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मणिपुर हिंसा: 10 KM दूर एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगे 3 दिन, यूपी के छात्रों ने कहा- न खाना ही मिला, न पानी



ओलिवर फ्रेडरिकलखनऊ. मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) में फंसे यूपी के छात्रों का एक ग्रुप रविवार को हवाईअड्डे पर पहुंचने में सफल रहा और कोलकाता जाने वाली उड़ानों में सवार हो गया. News18 से बात करते हुए उनमें से कुछ छात्रों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से उन्हें खाना- पानी भी नहीं मिल पा रहा था. अपने दुखद अनुभव को साझा करते हुए उन्‍होंने कहा कि उस इलाके में बिजली भी बंद थी. छात्रों ने कहा कि वहां हालात बहुत बुरे हैं. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) मणिपुर से बीटेक कर रहे एक छात्र जितेंद्र कुमार ने सोमवार दोपहर अपने ही बैच के सात अन्य छात्रों के साथ उड़ान भरने पर अपने सितारों का शुक्रिया अदा किया. प्रथम वर्ष का छात्र जितेंद्र उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला है. हालांकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को हिंसा प्रभावित मणिपुर में फंसे छात्रों की मदद करने का निर्देश दिया है.

छात्र जितेंद्र ने कहा कि हम उन कुछ भाग्यशाली लोगों में से एक हैं, जो हवाई अड्डे तक पहुंचने में कामयाब रहे. हमें 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग तीन दिन लग गए. पूरी योजना के बाद और स्थानीय लोगों की मदद से हम किसी तरह सोमवार की सुबह हवाईअड्डे पर पहुंचने में सफल रहे. ऊपरवाले का शुक्रिया अदा करते हैं कि हम अब भी ज़िंदा हैं. उन्होंने अपने कॉलेज से हवाई अड्डे तक की 10 किलोमीटर की यात्रा को अपने जीवन का सबसे लंबा सफर बताया.

कॉलेज परिसर में लगा अब हम फंस गए हैंग्रुप के अन्‍य छात्र ने कहा कि यह सब लगभग एक सप्ताह पहले शुरू हुआ. इसमें पहली घटना, जिसमें बिष्णुपुर जिले के फौगाकचाओ इखाई अवांग लीकाई में एक वाहन में आग लगा दी गई थी. जवाबी कार्रवाई में प्रतिद्वंद्वी गुट के सदस्यों ने चुराचांदपुर जिले में एक वाहन में आग लगा दी. और जल्द ही, चीजों ने बदसूरत मोड़ ले लिया. राज्‍य में मरने वालों की संख्या 54 तक पहुंचने का अनुमान है. शुरू में, हमने सोचा था कि हम कॉलेज परिसर में सुरक्षित हैं, लेकिन जल्द ही हमें एहसास हुआ कि हम फंस गए हैं. उनके बैच के साथी अभिषेक कुमार, एक अन्य बी.टेक छात्र, जो यूपी के गोरखपुर से आते हैं, ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन मददगार है, लेकिन उनकी सीमाएं हैं. सभी आवश्यक सेवाएं बंद होने के कारण छात्रों को खाना खिलाना उनके लिए मुश्किल हो रहा था.

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पीने के लिए पानी नहीं था, 3 दिन में पहुंचे 10 किमी दूर एयरपोर्टएक अन्‍य छात्र ने बताया कि एक समय था जब पीने के लिए पानी नहीं था. हमें केवल एक बार भोजन दिया जाता था. पिछले छह दिन हमारे जीवन के सबसे कठिन दिन थे. यह केवल दर्द, आघात और भय था. हमने जो अनुभव किया उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि छात्रों ने लगभग तीन दिन पहले हार मान ली थी. कोई भोजन नहीं, कोई पैसा नहीं, कोई इंटरनेट नहीं, कोई बिजली नहीं और कोई मदद नहीं, हमने लगभग तीन दिन पहले उम्‍मीद छोड़ दी थी. हमने कॉलेज प्रबंधन से आग्रह किया कि हमें एक वाहन की आवश्यकता है जो हमें हवाई अड्डे तक पहुंचा दे. लंबे समय तक प्रार्थना के बाद, कॉलेज अंततः सहमत हो गया और हमें हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए एक टेम्पो ट्रैवलर प्रदान किया. हालांकि, हमें हवाईअड्डे तक पहुंचने में लगभग तीन दिन लग गए, जो कॉलेज से महज 10 किमी की दूरी पर था.”

150 से अधिक छात्र अभी फंसे हुए हैंछात्रों ने कहा कि हमने अपने दम पर टिकटों का प्रबंधन किया. चूंकि यूपी के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं थी, इसलिए हम पहले कोलकाता के लिए पहुंचे. मणिपुर में स्थिति सामान्य होने तक छात्रों की वापसी की कोई योजना नहीं है. अभिषेक ने कहा कि यूपी के 150 से अधिक छात्र अभी भी मणिपुर में फंसे हुए हैं. इधर, सेना और असम राइफल्स के लगभग 10,000 सैनिकों को राज्य में तैनात किया गया है. मणिपुर, मेइती समुदाय और पहाड़ी जिलों के निवासी कुकी आदिवासियों के बीच संघर्ष से हिल गया था. लगभग 13,000 नागरिकों को बचाया गया है और वर्तमान में विभिन्न बोर्डिंग सुविधाओं में रह रहे हैं जो विशेष रूप से सैन्य छावनियों के उद्देश्य से बनाए गए हैं.

योगी आदित्‍यनाथ ने दिया निर्देश, सरकार करेगी छात्रों की मददरविवार को, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को मणिपुर में फंसे राज्य के छात्रों की मदद करने का निर्देश दिया था. छात्रों द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से उन्हें बचाने की अपील करने के बाद मुख्यमंत्री का निर्देश आया. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि प्रधान सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने मणिपुर के मुख्य सचिव से बात की थी और उनसे उत्तर प्रदेश के छात्रों की मदद करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि राज्य राहत आयुक्त कार्यालय को भी मणिपुर सरकार के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Manipur, Manipur News, Uttar pradesh live news, ViolenceFIRST PUBLISHED : May 08, 2023, 16:16 IST



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