मंदिर में घंटी की आवाज कम करने का नोटिस मिलते ही मचा बवाल, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को वापस लेना पड़ा आदेश

admin

रिपोर्ट- धीरेंद्र कुमार शुक्ला

ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड ने ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी को घंटी बजाने को लेकर नोटिस भेजा. जांच में पाया गया की मंदिर में घंटे की आवाज तय या निर्धारित मानक से ज्यादा रहती है. इसके बाद बोर्ड ने अपार्टमेंट के मुखिया एसोसिएशन से घंटी की आवाज काम करने की अपील की.

नोटिस सामने आने के बाद लोगों ने दिखाई नाराजगीसोसाइटी के लोगों को जैसे ही नोटिस की सूचना मिली तो लोग नाराज हो गए. लोगों ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का जमकर विरोध किया. सोशल मीडिया पर जमकर विरोध देखने के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने घंटी धीमी बजाने का आदेश वापस ले लिया.

किस सोसाइटी का है मामलाग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौड़ सौंदर्यम सोसाइटी के दो टावरों के बीच बड़े एरिया में हरे राम हरे कृष्ण मंदिर बना हुआ है. इस मंदिर में सोसाइटी के लोग पहुंच कर पूजा अर्चना करते हैं. इस मंदिर में एक बड़ी घंटी लगी हुई है. पूजा करने आने वाले लोग पूजा करने के बाद घंटी बजाते हैं. रोज और दिनभर बजने वाली घंटी की तेज आवाज से सोसाइटी के ही एक व्यक्ति को परेशानी हो रही थी. उन्होंने इसकी शिकायत मुदित बंसल नाम के मेल आईडी से उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड को कर दी.

30 जुलाई को मिली शिकायत30 जुलाई को मुदित बंसल नाम के ईमेल आईडी से उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड को शिकायत की गई. शिकायत का संज्ञान लेने के बाद 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से जांच की गई. तो घंटी की आवाज मानक से अधिक पाई गई. आवाज 72 डेसीबल थी. जबकि 55 डेसिबल से आवाज कम होनी चाहिए.

जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि कई बार निगरानी करने के बाद अपार्टमेंट मुखिया को यह नोटिस जारी किया गया और अपील की गई थी कि आवाज काम कर दी जाए. इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी रही. उसके बाद नोटिस जारी किया गया. नोटिस में कहा गया की मंदिर की घंटी की आवाज दिन में 55 डेसीबल और रात में 45 डेसीबल से अधिक हो रही है.

विरोध के बाद वापस लिया गया नोटिसनोटिस भेजने के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डीके गुप्ता ने कहा कि गौड़ सौंदर्यम सोसाइटी के कुछ निवासियों ने मंदिर की घंटी की तेज आवाज की शिकायत की थी. जांच की गई तो घंटी की आवाज मानक से अधिक पाई गई. जिस पर एओए को ध्वनि प्रदूषण के मानकों का पालन करने का नोटिस जारी किया गया लेकिन लोगों के विरोध के बाद इस आदेश को वापस ले लिया गया.

लोगों में दिखी नाराजगीनोटिस की कॉपी जैसे ही सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची लोगों ने नाराजगी जतानी शुरू कर दी और प्रदूषण कंट्रोल विभाग पर निशाना साधना शुरू कर दिया. लोगों ने कहा की फैक्ट्री से होने वाला प्रदूषण इन्हें नहीं दिखता लेकिन मंदिर की घंटी से ध्वनि प्रदूषण दिख रहा है. फैक्ट्री में जितना प्रदूषण होता है उस पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड कंट्रोल ने नोटिस ना भेजने की वजह मंदिर की घंटी पर नोटिस भेजा है जो पूरी तरह से गलत है. मंदिर की घंटी की आवाज में प्रदूषण नहीं होता.

ग्रेटर नोएडा के अखिलेश तिवारी ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब सारी हदें पार कर दी है. लगता है कि ग्रेटर नोएडा को प्रदूषण मुक्त कर दिया जाएगा. इनको तो सम्मानित किया जाना चाहिए. लोगों की नाराजगी के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल विभाग की तरफ से जारी किया गया नोटिस वापस ले लिया गया.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 18:42 IST

Source link