मकर संक्रांति के पावन पर्व पर लोग गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. उसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं, गुड़, तिल, खिचड़ी, गरम कपड़े आदि का दान करते हैं. ऐसा करने से पाप मिटते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. इस साल मकर संक्रांति के अवसर पर प्रयागराज में महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान भी होगा. उस दिन महा कुंभ मेले का दूसरा दिन होगा. मकर संक्रांति के दिन लोग अपने पितरों के लिए तर्पण, दान आदि भी करते हैं. लोग मकर संक्रांति पर पितृ, देव और ऋषि ऋण से मुक्ति के लिए दान करते हैं. मकर संक्रांति को खिचड़ी और उत्तरायणी भी कहते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि इस साल मकर संक्रांति कब है, 14 जनवरी या 15 को? मकर संक्रांति की सही तारीख, स्नान और दान का मुहूर्त क्या है?
मकर संक्रांति की सही तारीख 2025ज्योतिषाचार्य डॉ. भार्गव के अनुसार, मकर राशि में सूर्य देव के गोचर करने पर मकर संक्रांति का पर्व मनाते हैं. इस साल सूर्य देव का गोचर मकर राशि में 14 जनवरी को सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर होगा. उस क्षण सूर्य की मकर संक्रांति होगी. मकर संक्रांति में उदयातिथि की मान्यता नहीं है, इसमें सूर्य के मकर राशि में गोचर के समय की मान्यता है. ऐसे में मकर संक्रांति का पावन पर्व 14 जनवरी मंगलवार को है, न कि 15 जनवरी को. देशभर में मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाना ही उत्तम और शास्त्र सम्मत है.
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मकर संक्रांति 2025 मुहूर्त14 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्य काल मुहूर्त सुबह 09:03 बजे से शाम 05:46 बजे तक है, वहीं मकर संक्रान्ति का महा पुण्य काल सुबह 09:03 बजे से सुबह 10:48 बजे तक है. महा पुण्य काल 1 घंटा 45 मिनट तक है, जबकि पुण्य काल 8 घंटे 42 मिनट तक है.
मकर संक्रांति का स्नान-दान कब करें?मकर संक्रांति का स्नान और दान 14 जनवरी को पुण्य काल में पूरे समय तक चलेगा. वैसे आप चाहें तो महा पुण्य काल में सुबह 09:03 बजे से सुबह 10:48 बजे के बीच स्नान और दान करें. यह समय बहुत अच्छा माना जाता है.
मकर संक्रांति 2025 के शुभ समयब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:27 बजे से 06:21 बजे तकप्रातः सन्ध्या: सुबह 05:54 बजे से 07:15 बजे तकअमृत काल: सुबह 07:55 बजे से 09:29 बजे, 15 जनवरी को तड़के 04:01 बजे से 05:38 बजे तकअभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:09 बजे से 12:51 बजे तकविजय मुहूर्त: दोपहर 02:15 बजे से 02:57 बजे तकगोधूलि मुहूर्त: शाम 05:43 बजे से 06:10 बजे तकसायाह्न सन्ध्या: शाम 05:46 बजे से 07:06 बजे तकनिशिता मुहूर्त: देर रात 12:03 बजे से 12:57 बजे तक
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मकर संक्रांति 2025 की विशेषताएं1. इस साल की मकर संक्रांति का नाम महोदर है.2. मकर संक्रांति पर सूर्य देव पश्चिम दिशा में गमन करेंगे.3. सूर्य देव का वाहन बाघ है और उप वाहन अश्व है.4. मकर संक्रांति पर सूर्य देव पीले रंग के वस्त्र धारण करेंगे.5. उस दिन सूर्य देव का आयुध गदा है और वे चांदी के बर्तन में पायस को भोजन स्वरूप में लेंगे.6. मकर संक्रांति पर सूर्य देव की दृष्टि वायव्य कोण यानि उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रहेगी.
Tags: Dharma Aastha, Maha Kumbh Mela, Makar Sankranti festival, ReligionFIRST PUBLISHED : January 4, 2025, 08:23 IST