World Cup 2023: टनब्रिज वेल्स में 1983 में वह सर्दियों की सुबह थी और 40 साल बाद वानखेड़े स्टेडियम पर गुनगुनी शाम, लेकिन जीत का वही जुनून और बल्ले से रनों के रूप में वही आतिशबाजी क्रिकेट की इतिहास पुस्तिका में हमेशा के लिये दर्ज हो गई. उस समय कपिल देव थे तो अब ग्लेन मैक्सवेल. जिम्बाब्वे के खिलाफ इंग्लैंड में वर्ल्ड कप के उस मैच में भारत के पांच विकेट 17 रन पर गिर चुके थे तो अफगानिस्तान के खिलाफ इस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट 91 रन पर गंवा दिए थे. समानताएं यहीं खत्म नहीं होती.
मैक्सवेल की ऐतिहासिक पारी की जबरदस्त चर्चा 25 जून 1983 को टीम मैनेजर पी आर मान सिंह ने कपिल की बल्लेबाजी के दौरान क्रिस श्रीकांत को बाथरूम जाने नहीं दिया था और वह एक ही जगह पर खड़े रहे. कपिल देव की बल्लेबाजी के दौरान ड्रेसिंग रूम में कोई जगह से नहीं हिला. कपिल देव ने 175 रनों की पारी खेलकर अनहोनी को होनी कर दिखाया था. इसी तरह मैक्सवेल जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में अपनी जगह से तब तक नहीं उठे जब तक उसने मुजीबुर रहमान को छक्का नहीं जड़ दिया.
साथी प्लेयर्स ने बताया ड्रेसिंग रूम का माहौल
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने मैच के बाद कहा,‘मैं जॉर्ज बेली के साथ बैठा था और एडम जाम्पा भीतर बाहर आ और जा रहा था. वह नर्वस था, लेकिन बाकी सभी अपनी जगहों से उठे नहीं.’ ग्लेन मैक्सवेल ने 128 गेंदों में नाबाद 201 रन बनाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को चमत्कारिक जीत दिलाई. ग्लेन मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के साथ रिकॉर्ड 202 रनों की नाबाद साझेदारी की. ग्लेन मैक्सवेल ने अफगानिस्तान की टीम को तहस-नहस करके रख दिया. एक समय ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट महज 91 रन के कुल स्कोर पर ही गिर गए थे, लेकिन इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने लंगड़ाते हुए 128 गेंदों पर नाबाद 201 रनों की विस्फोटक पारी खेली. ग्लेन मैक्सवेल की पारी में 21 चौके और 10 छक्के शामिल रहे.