महाराष्ट्र के राज्य जनस्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने सोमवार को डेंटल ट्रीटमेंट हेल्थ स्कीम की घोषणा की है. इसके अनुसार दांत संबंधित परेशानियों का इलाज अब प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना और महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के अंतर्गत कवर किया जाएगा.
विधायक सत्यजीत तांबे के प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने यह घोषणा की. यह विस्तार दो योजनाओं के दायरे को व्यापक करेगा जो सरकारी मान्यता प्राप्त अस्पतालों में निःशुल्क व्यापक चिकित्सा उपचार प्रदान करती हैं.
हजार से ज्यादा अस्पताल में उपलब्ध होगी सुविधा
सावंत ने कहा, वर्तमान में, 1,000 निजी और सरकारी अस्पताल इन योजनाओं के अंतर्गत मान्यता प्राप्त हैं. नवीनतम निर्णय के साथ, 900 और अस्पतालों को शामिल किया जाएगा. विस्तार 31 जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है.
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बनाया जाएगा एप्लीकेशन
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अस्पतालों द्वारा फर्जी बिल जमा करने से रोकने के लिए एक धोखाधड़ी विरोधी एप्लिकेशन विकसित करने पर भी काम कर रही है.
भारत में डेंटल प्रॉब्लम के बढ़ रहे मामले
एक स्टडी के अनुसार, भारत में लगभग 64.2% लोग डेंटल रिलेटेड प्रॉब्लम का सामना कर रहे हैं. इसमें 26.2 प्रतिशत पुरुष और 73.5 प्रतिशत महिलाओं की आबादी शामिल है.
क्यों जरूरी है डेंटल हेल्थ?
खाने और बोलने में सक्षम होने के लिए दांतों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है. स्वस्थ दांतों के बिना, चबाना दर्दनाक या असंभव भी हो सकता है, जिससे आप अपने आहार को सीमित कर सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. इतना ही नहीं खराब डेंटल हेल्थ ब्रेन डिजीज डिमेंशिया और हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों के शुरुआती संकेत से भी संबंधित है.
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