प्रयागराज: गंगा यमुना और पवित्र सरस्वती के संगम पर दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले महाकुंभ का आगाज हो चुका है. दुनिया का सबसे बड़ा जूना अखाड़े ने अपने 10,000 साधू-सन्यासियों के साथ महाकुंभ छावनी में पेशवाई किया. इस दौरान जूना अखाड़े के सभी सन्यासी मिलकर इस पेशवाई को धूमधाम से सफल बनाने में लगे रहे.
लोकल 18 से बात करते हुए जूना अखाड़े के अस्त कौशल महंत योगानंद गिरी जी ने बताया कि जूना अखाड़े में कुल 10 लाख नागा संन्यासी हैं जो दुनिया भर में फैले हुए हैं. जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी की अगुवाई में छावनी प्रवेश शोभा यात्रा निकाली जा रही है. छावनी प्रवेश जुलूस में हजारों सन्यासी आगे-आगे चल रहे हैं. अखाड़े की महिला संन्यासी और विदेशी साधु भी छावनी प्रवेश यात्रा में शामिल हैं.
कीडगंज स्थित मौज गिरी आश्रम से जुलूस शुरू होकर मिंटो पार्क के रास्ते महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश करेगा. शाम 4:00 बजे तक जुलूस त्रिवेणी मार्ग स्थित अखाड़ा नगर में जूना अखाड़े के शिविर पहुंचेगी. जूना अखाड़े की छावनी प्रवेश जुलूस में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है.
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा की पेशवाई यानि छावनी प्रवेश में पूजा अर्चना के बाद आतिशबाजी के साथ छावनी प्रवेश शोभायात्रा शुरू हुई.
स्टंट करते नजर आए नागापेशवाई के दौरान जूनागढ़ में आगे चल रहे नागा संन्यासियों ने अपने स्टंट से शहर के लोगों का मन मोह लिया. संगम पर मौजूद हजारों लोगों ने तीन नागा संन्यासियों का उत्साहवर्धन करते हुए फूल माला से स्वागत किया. इस दौरान सन्यासियों ने तलवार भांजते हुए अपने अस्त्र-शास्त्र के ज्ञान का परिचय दिया तो वहीं बुलेट पर सवार होकर निकले साधुओं ने भी लोगों को खूब आकर्षित किया.
Tags: Allahabad news, Local18FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 18:45 IST