रिपोर्ट/अंजलि सिंह राजपूतलखनऊः राज भवन जो कि लखनऊ के हजरतगंज में स्थित है. जहां पर उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रहती हैं. इसे राज्यपाल निवास भी कहा जाता है. क्या आपको इसका इतिहास मालूम है और आखिर क्यों राज भवन को लखनऊ के भूतिया घरों में शामिल किया गया है. इसके इतिहास के बारे में देश के जाने-माने इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट बताते हैं कि राजभवन को किसने बनवाया यह इतिहास में आज तक कहीं भी नहीं मिलता है.कुछ इतिहासकारों का कहना है कि इसे अवध के नवाब सआदत अली खां ने बनवाया था. लेकिन यह पुख्ता तौर पर नहीं मिलता है. यह हकीकत है कि इसे नवाबों के वक्त में कोठी हयात बख्श कहते थे. इसे भूतिया घर इसलिए कहते हैं, क्योंकि 2 मार्च 1858 को लखनऊ के हजरतगंज में जहां आज जनपद मार्केट है. वहां बेगम कोठी हुआ करती थी. उस जगह पर मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के बेटों की जिसने हत्या की थी उसका नाम था.1857 की क्रांति में मारी थी गोलीकैप्टन विलियम एल हडसन उसको यहां 1857 की क्रांति में क्रांतिकारियों ने गोली मार दी थी. घायल अवस्था में कैप्टन हडसन को यहां पर लाया गया था और अगली सुबह उसकी राज भवन में ही मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद से कई लोगों का कहना है कि आज भी आधी रात में इसी राज भवन में वर्दी पहने हुए विलियम हडसन कई लोगों को दिखे हैं. लेकिन ऐसा उनका कहना है जो भूतों पर विश्वास करते हैं. यह कितना सच कितना झूठ है यह कह पाना मुश्किल है. भारत की आजादी के बाद इसे राजभवन का नाम दिया गया.बारूद खाना भी था राजभवनडॉ. रवि भट्ट ने बताया कि यह यूरोपियन शैली में बना हुआ है. इसे कुछ इतिहासकारों ने मुबारक बख्श भी कहा है. यहां पर अंग्रेजी सेना के जनरल क्लाउड मार्टिन ने अपना निवास बनाया था और वह इसे बारूद खाने के तौर पर इस्तेमाल करता था. उन्होंने बताया कि कमिश्नर मेजर बैंक भी यहां पर रहते थे जिस वजह से इसे बैंक हाउस भी कहा जाता था. इसके अलावा यहां पर लेफ्टिनेंट गवर्नर जॉर्ज कूपर ने भी 1873 में अपना निवास बनाया था. 1907 में अंग्रेजों ने यहां पर कुछ मेहमानों के रहने के लिए भी कमरे बनवाए थे. आज भी राज भवन बेहद खूबसूरत और भव्य नजर आता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 20, 2023, 13:25 IST
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