Lucknow: जब बायोमेट्रिक मशीन ने रिजेक्ट किए रोशनी के फिंगरप्रिंट… गुम बच्चों को ऐसे खोज रहा आधार कार्ड

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Lucknow: जब बायोमेट्रिक मशीन ने रिजेक्ट किए रोशनी के फिंगरप्रिंट... गुम बच्चों को ऐसे खोज रहा आधार कार्ड



रिपोर्ट – अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊ. आधार कार्ड एक ओर मूल पहचान है तो दूसरी ओर अपनों से बिछड़ चुके लोगों को उनके घर पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण बन रहा है. लखनऊ में आधार कार्ड की बदौलत अब तक 40 से ज्यादा बच्चों को उनके अपनों तक पहुंचाया गया है. News18 Local ने लखीमपुर खीरी के ग्रांट लंदनपुर गांव की रहने वाली रोशनी से संपर्क किया, जो 6 साल की उम्र में 2016 में अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं. उन्होंने बताया उनके पिता का देहांत हो गया था और मां उन्हें नाना के घर बिहार लेकर जा रही थीं, तभी रास्ते में सीतापुर स्टेशन पर हाथ छूट गया था. स्टेशन पर इस दौरान रोशनी को एक व्यक्ति ने लखनऊ के मोती नगर स्थित बालिका गृह पहुंचा दिया था. करीब 6 साल रोशनी वहीं रही.
इसी दौरान भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से वहां बच्चों का आधार कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाया गया. रोशनी का नंबर आया तो उसकी उंगलियों के निशान बायोमेट्रिक मशीन बार-बार रिजेक्ट कर रही थी. इसके बाद शिविर के सदस्यों ने पड़ताल की तो पता चला कि रोशनी का आधार कार्ड पहले ही बन चुका है. बायोमेट्रिक सिस्टम में पहले से ही मौजूद उंगलियों के निशान के ज़रिये पता लगाया गया कि रोशनी का आधार कार्ड पहले कहां से बना था. इस तरह रोशनी को करीब 6 साल बाद उसके परिवार से मिलाया गया. वर्तमान में रोशनी अपने चाचा राजेश के साथ लखीमपुर खीरी में रह रही हैं.
आधार कार्ड इस तरह खोज रहा बच्चे

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण लखनऊ के क्षेत्रीय कार्यालय के उप-महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि आधार कार्ड बनाने की प्रोसेस बायोमेट्रिक सिस्टम से होती है. उन्होंने बताया कि 5 साल की उम्र से पहले अगर बच्चे का आधार कार्ड बनता है, तो उसमें सिर्फ फोटो ली जाती है. उसकी उंगलियों के निशान और आंखों की जांच नहीं की जाती जबकि इससे बड़े बच्चों की होती है. 15 साल पर उसे अपडेट भी कराया जाता है. ऐसे में अगर किसी की उंगलियों का निशान बायोमेट्रिक सिस्टम में पहले से ही है तो दोबारा उसका कार्ड बनना मुश्किल है क्योंकि सिस्टम उसे रिजेक्ट कर देगा.
यहीं से पहले वाले आधार कार्ड की जानकारी मिल जाती है. रोशनी का मामला भी कुछ ऐसा ही था, जिसमें आधार कार्ड के ज़रिये ही रोशनी अपने परिवार तक पहुंच पाई.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Aadhaar Card, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : October 01, 2022, 11:02 IST



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