Last Updated:March 28, 2025, 07:41 ISTLucknow Development Authority News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फर्जी प्लॉट बेचने के मामले में यूपी एसटीएफ ने 6 लोगों को गिरफ्तार करते हुए गिरोह का भंडाफोड़ किया है.लखनऊ में फर्जी प्लॉट बेचने वाले गैंग का खुलासा.हाइलाइट्सलखनऊ में फर्जी प्लॉट बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़.एसटीएफ ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया.गिरोह ने 70-80 प्लॉट फर्जी कागजात से बेचे.लखनऊः देश में फर्जीवाड़े के नए-नए तरीके लगातार सामने आ रहे हैं. फ्रॉड करने वाला गैंग भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर आर्थिक चोट पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां फर्जी कागजातों के जरिए लखनऊ विकास प्राधिकरण(एलडीए) के प्लाटों को बेचा गया है. पुलिस ने इस तरह के फ्रॉड करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए गिरोह के 6 लोगों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बरामद की कई चीजेंगैंग के लोग प्लाटों के फर्जी कागजात और फर्जी मालिक बनाकर भोले-भाले लोगों को प्लॉट बेचते थे. एसटीएफ ने जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें अचलेश्वर गुप्ता उर्फ बबलू, मुकेश मौर्य उर्फ रंगी, धनंजय सिंह, राम बहादुर सिंह, राहुल सिंह, सचिन सिंह उर्फ अमर सिंह राठौर नाम के युवक शामिल हैं. ये सभी लखनऊ के ही रहने वाले हैं. आरोपियों से 23 रजिस्ट्री के कागजात, बैंक पासबुक, चेक बुक, सीपीयू, मॉनिटर, क्रेटा और इनोवा कार बरामद की गई है.
भोपाल के युवक की शिकायत के बाद खुला मामलामध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रहने वाले सर्वेश कुमार गौतम ने शिकायत की थी, जिसके बाद जांच-पड़ताल शुरू की गई तो पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. इसके बाद कार्रवाई शुरू की गई और गिरोह का भंडाफोड़ किया गया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक कई साल से खाली पड़े एलडीए के प्लाटों को गिरोह के लोग फर्जी कागजातों के जरिए बड़ी कीमत पर बेचते थे. पुलिस ने बताया कि ये गिरोह अबतक 70 से 80 प्लाटों को बेच चुका है. साथ ही लखनऊ के कई भू माफियाओं से भी इस गिरोह के संबंध हैं. पुलिस आरोपियों से पूछताछ करके आगे की जांच को बढ़ा रही है.
100 करोड़ की जमीन का किया अबतक सौदातकरीबन 100 करोड़ रुपए की जमीन का असली मालिक बनकर गिरोह के लोग अब तक कई लोगों को चूना लगा चुके थे. रजिस्ट्री और तमाम दूसरे कागजात हूबहू ऐसा तैयार करते थे जैसे लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी के असली कागजात हों. ऐसे में कोई भी ग्राहक उनके झांसे में आ जाता था. यूपी एसटीएफ के सीईओ दीपक कुमार सिंह की टीम ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला है कि अभी तक इस गुरु ने अभी तक 45 बहुमूल्य कीमती जमीनों को फर्जी दस्तावेजों पर बेचा है. लखनऊ के गोमती नगर, सीतापुर रोड, जानकीपुरम जैसे भी वीवीआईपी जगहों पर खाली पड़े जमीनों पर इस गिरोह की नजर होती थी।
First Published :March 28, 2025, 07:11 ISThomeuttar-pradeshलखनऊ में आपने भी तो नहीं खरीद लिए प्राधिकरण के प्लॉट? वो फर्जी हैं