ऋषभ चौरसिया/लखनऊ. डिजिटल युग में जहां विद्यार्थी अभी भी पुराने तरीके से पढ़ाई करना पसंद करते हैं, वहां आचार्य नरेंद्र देव पुस्तकालय लखनऊ उनके लिए एक आदर्श स्थल है. इसकी स्थापना उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता ने 1959 में की थी. आज भी यह विद्यार्थियों के लिए ज्ञान का खजाना है.
यहां का शांत वातावरण विद्यार्थियों को अध्ययन करने के लिए एक अनुकूल माहौल प्रदान करता है. जहां वे शोर-शराबे से दूर बिना किसी रुकावट के घंटों तक बैठकर पढ़ सकते हैं. यहां पर उन्हें अन्य विद्यार्थियों से मिलने, उनसे सीखने और अपने संदेहों को साझा करने का अवसर भी मिलता है.
दूसरों को देख मिलती प्रेरणा
पुस्तकालय अध्यक्ष ज्योति कुमारी के अनुसार, यहां हर उम्र के विद्यार्थी आते हैं और अन्य विद्यार्थियों को पढ़ते हुए देखकर उन्हें प्रेरणा मिलती है. वे यह भी कहती हैं कि विद्यार्थी जो अपने निजी स्थान पर पढ़ते हैं, उन्हें अधिकांश समय परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जो यहां नहीं होता. इसके अलावा, पुस्तकालय में विचार मंच का आयोजन भी होता है, जहां बुद्धिजीवी विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हैं. प्रत्येक महीने के पहले और तीसरे शनिवार को इन बैठकों का आयोजन होता है. इन आयोजनों में प्रमुख साहित्यकार, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी, अर्थशास्त्री, प्रतिष्ठित अधिकारी और पत्रकार भाग लेते हैं. वर्तमान में ये विचारमंच ऑनलाइन हो रहे हैं.
पुस्तकालय एवं वाचनालय का समय
पुस्तकालय के खुलने का समय प्रातः 11:00 बजे और बंद होने का समय शाम 6:00 बजे है. रविवार को पुस्तकालय बंद रहता है. पुस्तकालय की सदस्यता कोई भी व्यक्ति ले सकता है. आप फॉर्म भरकर और निर्धारित फीस अदा कर आवास संबंधी प्रमाण पत्र की प्रति और दो पासपोर्ट साइज फोटो देकर पुस्तकालय की सदस्यता ले सकते हैं.
ये है पता
आचार्य नरेंद्र देव पुस्तकालय ने अपने द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और विशेषताओं के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए एक अद्वितीय अध्ययन स्थल का निर्माण किया है. इसका पता है : आचार्य नरेन्द्र देव पुस्तकालय एवं वाचनालय, हजरतगंज. आप चारबाग रेलवे स्टेशन से यहां आसानी से पहुंच सकते हैं.
.Tags: Library, Local18, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : July 24, 2023, 15:29 IST
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