Longest Individual Innings by balls : टेस्ट, क्रिकेट के सबसे लंबा और दिलचस्प फॉर्मेट है. पांच दिन तक चलने वाले एक टेस्ट मैच में कई बार कुछ ऐसा अजूबा हो जाता है जिसकी कोई कल्पना तक नहीं कर सकता. ऐसा ही एक अजूबा 1938 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए ओवल टेस्ट मैच हुआ, जब एक इंग्लिश बैटर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को रुला दिया था. इस इंग्लिश बैटर ने 13 घंटे से भी से भी ज्यादा क्रीज पर समय बिताया और रिकॉर्ड 141 ओवर बल्लेबाजी करते हुए 364 रन की विशाल पारी खेली. आइए इस विशाल पारी की कहानी और करीब से जानते हैं.
13 घंटे बैटिंग और खेले 141 ओवर….
दरअसल, यह स्टोरी है इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर लियोनार्ड हटन की, जिन्होंने 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक चमत्कारी पारी खेली. ओवल के मैदान पर हुए इस मुकाबले में हटन ने पहली पारी में 364 रन बनाकर अद्भुत बैटिंग का प्रदर्शन किया. बड़ी बात तो यह थी कि इतने रन बनाने के लिए उन्होंने 847 गेंदें (141. ओवर) खेलीं, जो किसी भी बल्लेबाज द्वारा एक टेस्ट मैच की पारी में खेली गई सबसे ज्यादा गेंदें हैं. इतना ही नहीं, हटन 797 मिनट (करीब साढ़े तेरह घंटे) तक क्रीज पर रहे. हटन की इस पारी ने गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए थे. एक समय गेंदबाज विकेट लेने को नहीं, बल्कि बचने को देख रहे थे.
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की ऐसी हो गई थी हालत
लियोनार्ड हटन और उनके साथियों (बिल एडरिच 187 रन और जो हार्डस्टाफ नाबाद 169 रन) ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पूरी तरह से थका दिया था. चक फ्लीटवुड स्मिथ ने 87 ओवर गेंदबाजी की और 298 रन लुटाए. दूसरे सबसे महंगे गेंदबाज बिल रीली रहे, जिन्होंने 85 ओवर की गेंदबाजी के दौरान 178 रन दिए. इन्होंने ही हटन को आउट कर उनका तूफान रोका. मर्विन वेट ने 72 ओवर में 150 रन दिए. डॉन ब्रैडमैन तक को गेंदबाजी के लिए उतरना पड़ा था. ब्रैडमैन ने 2.2 ओवर में 6 रन दिए. हालांकि, उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.
इंग्लैंड ने बना दिया था सबसे बड़ा स्कोर
35 चौकों से सजी लियोनार्ड हटन की 364 रन की पारी और बिल एडरिच-जो हार्डस्टाफ के दम पर इंग्लैंड ने फर्स्ट इनिंग में 903/7 रन का पहाड़नुमा स्कोर बोर्ड पर लगाकर डिक्लेयर किया. यह उस समय का किसी भी टीम द्वारा बनाए गए एक टेस्ट इनिंग में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड था, जिसे श्रीलंका ने 1997 में 952 रन बनाकर तोड़ा. इंग्लैंड के 903 रन के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी बौनी साबित हुई. उनका दोनों पारियों का स्कोर मिलाकर भी इंग्लैंड की पहली पारी के आधे के बराबर नहीं पहुंचा. पहली पारी में 201 और दूसरी पारी में 123 रन पर कंगारू टीम ढेर हो गई, जिससे इंग्लैंड ने मैच पारी और 579 रन के विशाल अंतर से जीता. यह पारी और सबसे ज्यादा रनों के अंतर से सबसे बड़ी जीत भी है.
लियोनार्ड का करियर
लियोनार्ड हटन के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 1937 में कदम रखा और आखिरी मैच 1955 में खेला. सिर्फ टेस्ट खेलने वाले इस दिग्गज ने 79 मुकाबलों की 138 पारियों में 56 से ऊपर की औसत के साथ कुल 6971 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 33 बार अर्धशतक भी जमाया. फर्स्ट क्लास करियर में उनके नाम 40140 रन दर्ज हैं, जिसमें 129 शतक और 177 अर्धशतक शामिल हैं.