Sachin Tendulkar: इंटरनेशनल क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के वार्षिक समारोह में बोर्ड के ‘लाइफटाइम अचीवमेंट (जीवनपर्यन्त उपलब्धि)’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. भारत के लिए 664 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले 51 साल के तेंदुलकर के नाम क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक टेस्ट और वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड है. बोर्ड के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘उन्हें साल 2024 के लिए सी के नायडू ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा.’
सचिन को सम्मान, फैंस खुश
तेंदुलकर के 200 टेस्ट और 463 ODI मैच क्रिकेट इतिहास में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक है. उन्होंने वनडे में 18,426 रनों के अलावा 15,921 टेस्ट रन बनाए. उन्होंने अपने शानदार करियर में केवल एक टी20 इंटरनेशनल खेला है. भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री और पूर्व दिग्गज विकेटकीपर फारुख इंजीनियर को 2023 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. अपने युग के महानतम बल्लेबाज माने जाने वाले तेंदुलकर को हर परिस्थिति में सहजता से रन बनाने के लिए जाना जाता था. सचिन को मिलने वाले इस सम्मान की खबर जानकर उनके फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई है.
— R A T N I S H (@LoyalSachinFan) January 31, 2025
पाक्सितान के खिलाफ किया था डेब्यू
उन्होंने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ 16 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया और अगले दो दशक में दुनिया भर के गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाये. उनके नाम टेस्ट और वनडे को मिलाकर 100 शतक लगाने का रिकॉर्ड भी है. बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले तेंदुलकर भारत की 2011 विश्व कप विजेता टीम के एक प्रमुख सदस्य भी थे. यह उनका रिकॉर्ड छठा और आखिरी विश्व कप था.
तेंदुलकर जब अपने खेल के अपने चरम पर थे तब उनकी बल्लेबाजी को देखने के लिए देश की एक बड़ी आबादी जैसे थम जाती थी. प्रतिद्वंद्वी टीमों के गेंदबाजों में उनका सबसे ज्यादा खौफ रहता था. दुनिया भर के कई पूर्व दिग्गज गेंदबाज यह कह चुके हैं भारतीय बल्लेबाजों में उन्हें सिर्फ तेंदुलकर से परेशानी होती है. तेंदुलकर इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले 31वें खिलाड़ी होंगे. बीसीसीआई ने भारत के पहले कप्तान कर्नल सीके नायडू के सम्मान में 1994 में इस पुरस्कार को शुरू किया था. नायडू का 1916 से 1963 के बीच 47 साल लंबा फर्स्ट क्लास करियर रहा है. यह एक विश्व रिकॉर्ड है. नायडू ने प्रशासक के रूप में भी खेल की सेवा की थी.