ICC World Cup: 48 साल के वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब वेस्टइंडीज टीम इसका हिस्सा नहीं बन पाएगी. दो बार की चैंपियन इस टीम को वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स (ICC World Cup Qualifiers) के मुकाबले खेलकर ही लौटना होगा. ये टीम मेन टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी. वेस्टइंडीज को सुपर-6 राउंड में शनिवार को स्कॉटलैंड ने 7 विकेट से हराया, जिससे उसकी उम्मीदें खत्म हो गईं. अब इसी टीम के एक दिग्गज खिलाड़ी का टीम पर गुस्सा फूटा है.
टीम का दिग्गज बेहद निराशवेस्टइंडीज क्रिकेट के ‘निरंतर पतन’ ने इयान बिशप (Ian Bishop) को अतीत की उन बड़ी कंपनियों की याद दिलाई, जो समय के साथ बदलाव नहीं ला पाईं और अपने पुराने गौरव को दोबारा कभी हासिल नहीं कर सकी. दो बार के पूर्व चैंपियन वेस्टइंडीज के स्कॉटलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप क्वालिफायर में शिकस्त के साथ 48 साल में पहली बार इस टूर्नामेंट में जगह बनाने से चूकने पर यह पूर्व तेज गेंदबाज किसी अन्य कैरेबियाई क्रिकेट प्रेमी के जितना ही निराश है.
पहले ही शुरू हो गया था पतन
बिशप का मानना है कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों की मौजूदा पीढ़ी पर उंगली उठाना गलत होगा क्योंकि पतन की शुरुआत काफी पहले हो गई थी. बिशप ने ‘क्रिकइन्फो’ से कहा, ‘हां, यह निरंतर पतन हो रहा है. मैं हमेशा से कहता आया हूं कि यह मौजूदा खिलाड़ियों के समय से पहले ही बात है. हमने संभवत: एक दशक से टॉप देशों के खिलाफ लगातार अच्छा वनडे क्रिकेट नहीं खेला. दो बार चैंपियन रहने के बाद टी20 टीम के प्रदर्शन में भी गिरावट आई.’
कोई विजन नहीं है…
वेस्टइंडीज के लिए 161 टेस्ट और 118 वनडे विकेट चटकाने वाले बिशप का मानना है कि कोई ‘विजन’ ना होना इस स्थिति में पहुंचने के सबसे बड़े कारणों में से एक है. बिशप ने कहा, ‘जैसे एक समय कुछ बड़ी कंपनियां टॉप पर थीं, इसके बाद मुझे लगता है कि शायद विजन नहीं होने या इसे आप जो भी कहो उसके कारण वे व्यवसाय से बाहर हो गईं. वेस्टइंडीज के साथ भी ऐसा ही हुआ जिन्होंने वनडे क्रिकेट को लोकप्रिय बनाया.’
वैसा दबदबा नहीं होगा
बिशप ने स्पष्ट किया कि अगर वेस्टइंडीज टीम शीर्ष स्तर पर वापसी करने में सफल भी रहती है तो उसका दबदबा वैसा नहीं होगा जैसा 3-4 दशक पहले हुआ करता था. उन्होंने कहा, ‘हम कभी उस तरह का दबदबा नहीं बना पाएंगे जैसा 1980 के दशक में और 1990 के दशक के पहले हाफ में बनाया. मुझे लगता है कि दुनिया भर की अन्य टीमें काफी अच्छी हैं. कैरेबियाई देशों में हमारे सामने गंभीर आर्थिक चुनौतियां हैं जिसे दुनिया भर के अधिकारियों को देखना है.’
इन दिग्गज क्रिकेटरों का लिया नाम
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमारे पास अगली बार बेहतर करने का मौका होगा. आप जिम्बाब्वे का ही उदाहरण लीजिए, उन्होंने जिन परेशानियों का सामना किया और अब इस टूर्नामेंट में कितना अच्छा प्रदर्शन किया. मुझे लगता है कि यह अलग समय है. सर विवियन रिचर्ड्स, गोर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेन्स और क्लाइव लॉयड को जिन चीजों ने प्रेरित किया उनकी तुलना में अब प्रेरणा अलग है और मैं इसे स्वीकार करता हूं. अगर यह वित्तीय और आर्थिक रूप से जुड़ा है तो हमें इसे स्वीकार करना होगा और अनुभव देना होगा तथा मंच तैयार करना होगा जिससे खिलाड़ी इसकी ओर आकर्षित हो सकें.’