LDL Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल एक मोम की तरह पदार्थ होता है और यह स्वाभाविक रूप से बुरा नहीं है. आपके शरीर को सेल्स के निर्माण, विटामिन और अन्य हार्मोन बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है. हालांकि बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कई तरीकों से कम किया जा सकता है, जिसमें से एक बेसन का सेवन भी है. चने को पीसकर बेसन को तैयार किया जाता है, लेकिन कुछ जगहों पर सफेद चना का इस्तेमाल कर बेसना बनाया जाता है.
बेसन से बनी चीजें खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतना ही यह बीमारियों से बचाने में हमारी मदद करता है. बेसन में फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटैशियम, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दिल की सेहत के लिए अच्छे होते हैं. इतना ही नहीं, यह डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा फूड ऑप्शन भी होता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को गला कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं. बेसन से आप कई तरह के व्यंजन बना सकते हैं, लेकिन आप अगर डायबिटीज या दिल की बीमारी के मरीज हैं तो नियमित रूप से बेसन की रोटियों खाएं. इससे कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा.
कम शुगर लेवलबेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए यह शुगर को खून में बढ़ने नहीं देता. डायबिटीज के मरीजों को शुगर लेवल कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है, ऐसे में बेसन उनकी मदद कर सकता है. एक अध्ययन के मुताबिक खाना खाने के बाद बेसन का सेवन किया जाए तो शुगर लेवल 36% तक कम हो जाता है.
दिल की बीमारी का खतरा कमबेसन पोटेशियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है. इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है. चूंकि बेसन में सॉल्युबल फाइबर है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. यदि कारण है कि दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों को बेसन या काले चने की सलाह दी जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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