आदित्य कृष्ण/अमेठी: जिले के एक गांव में अजीब घटना घटी. करीब 22 साल बाद एक जोगी गांव में आया. भिक्षा मांगते हुए अपने घर पहुंचा और परिचय बताया. मां-बाप ने 2022 में लापता हुए अपने बेटे को पहचान लिया. पहले तो घर में खुशी की लहर दौड़ गई, लेकिन भिक्षा लेने के बाद बेटा फिर चला गया. अब पिता उसको वापस लाने के लिए रुपयों का इंतजाम करने में लगे हैं. इस घटना को जानने के बाद हर कोई हैरान है.
पूरा मामला अमेठी के बहादुरपुर क्षेत्र के खरौली गांव का है. गांव के रतिपाल सिंह का पुत्र अरुण कुमार सिंह 11 वर्ष की उम्र में अपने पिता के साथ दिल्ली गया था. दिल्ली से अरुण साल 2002 में अचानक लापता हो गया. काफी प्रयास के बाद भी जब अरुण नहीं मिला पाए तो परिवार ने धीरे-धीरे उसको खोजने की उम्मीद छोड़ दी. अरुण को लापता हुए 22 साल बीत रहे थे.
कुछ दिन पहले अरुण 22 साल बाद अचानक अपने गांव खरौली पहुंचा. उसकी वेशभूषा जोगी रूप में थी. माता और पिता ने भी अपने जिगर के टुकड़े को पल भर में पहचान लिया. लेकिन, अरुण गांव वालों से भिक्षा मांगने लगा. परिवार के लोगों ने अरुण को काफी समझाया, पर प्रयास वह परिवार के साथ रहने को राजी नहीं हुआ. उसने बताया कि वह गोरखपुर के किसी मठ में रहता है, जहां से घर वापसी के लिए कुछ शर्त पूरी करनी होगी.
मां बोली- बस बेटे को पाना चाहती हूंअरुण कुमार की मां माया देवी बताती हैं कि उनका बच्चा जब से लापता हुआ तो उन्होंने उसे बहुत खोजने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं मिला. अब वह अपने बच्चे को वापस पाना चाहती हैं. उसे दुलारना चाहती हैं. परिवार के लोग भी उसे वापस पाना चाहते हैं. वहीं पिता रतिपाल सिंह का कहना है कि 22 सालों में जब भी उसकी याद आई तो रोकर चुप हो गया. क्या करता कोई पता ठिकाना नहीं था, जहां उसे खोजते. पर अब सब जानने के बाद मैं अपने बेटे को वापस पाना चाहता हूं.
घर वापसी के लिए देने होंगे साढ़े तीन लाखपिता रतिपाल ने बताया कि बेटे को घर वापस लाने के लिए उन्होंने गोरखपुर के मठ में संपर्क किया और काफी मिन्नतें की. वो लोग मान गए, लेकिन शर्त रखी कि मठ में भंडारा कराना होगा. इसमें करीब तीन लाख 60 हजार रुपये का खर्च आएगा. इसको देने पर बेटे की वापसी होगी. अब मैं जैसे-तैसे इस रकम को जुटाने में लगा हूं.
.Tags: Amethi news, Local18, Unique news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : February 8, 2024, 08:06 IST
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