संजय यादव/बाराबंकी. बाराबंकी जिले के कई किसान अब परंपरागत खेती से हटकर फलों की खेती शुरुआत की है. इस खेती से तमाम युवा किसान अब खेती के क्षेत्र में महारथ हासिल कर रहे हैं. फलों की खेती से किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है. बाराबंकी जिले के एक युवा किसान है जिसने अमरूद की पैदावार कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है और अन्य किसानों के लिए मिसाल बन गए है. अमरूद की खेती में कम लागत में अच्छा मुनाफा किसान को मिल रहा है. जिसके चलते जिले के कई किसान बड़े पैमाने पर इसकी खेती कर रहे है.बाराबंकी जिले के सतरिखगांव के रहने वाले किसान मधुसूदन ने तीन बीघे जमीन पर अमरूद की खेती कर रहे हैं. जिसमे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है. अमरूद की खेती में एक साल में दो बार फसल आती है. जिसमें उन्हें प्रतिवर्ष 4 से 5 लाख रुपये मुनाफा कमा रहे है. युवा किसान मधुसूदन ने बताया कि अमरूद की खेती मुनाफे की खेती है. इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. अमरूद के पेड़ लगाने के बाद तीन से चार सालों में फल लगने शुरू हो जाते हैं तब इसकी देखभाल की जरूरत होती है.कम लागत में अधिक मुनाफाकिसान मधुसूदन ने बताया कि यह खेती हम दस सालों से कर रहे है. जिसमें हमें एक फसल पर हमें दो से तीन लाख रुपए तक का मुनाफा हो जाता है. अगर इसमें हम लागत की बात करें तो एक वर्ष में दस हजार रुपये लागत आती है. अगर इसकी कीमत की बात करे तो मंडी में 30 से 40 रुपये प्रति किलो आमतौर पर मिल जाती है. जब फसल तैयार होने से पहले इसमें हल्की फुल्की दवाइयां का छिड़काव किया जाता है. जिससे फलों में कोई रोग न लगे और फल भी अच्छा रहता है. जब फल टूटने लगता है तो व्यापारी यही से खरीद लें जाते हैं और कहीं ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती..FIRST PUBLISHED : September 21, 2023, 22:32 IST
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