पीलीभीत. हिमाचल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल के पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में चल रही बर्फीली हवाओं से यूपी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अचानक ठंड बढ़ गई है. प्रदेश के न्यूनतम तापमान में पिछले 2 दिनों में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज है. वहीं अगर तराई के जिले पीलीभीत की बात करें तो नैनीताल व अन्य पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से मौसम ने करवट ली है. पीलीभीत में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक गिरने का अनुमान है. यह सर्दी के कारण मौसम सुहाना तो है लेकिन इसमे एहतियात न बरता जाए तो लापरवाही मुश्किल में डाल सकती है.
सर्दियों के मौसम में तरह-तरह की सब्जियों की भरमार देखने को मिलती है. वहीं इसी मौसम में हरी सब्जियों की एक से बढ़कर एक वैरायटी बाज़ार में उपलब्ध होती है. अधिकांश लोग इस मौसम में शाम के वक्त आग के पास बैठकर साग का लुत्फ उठाते हैं, लेकिन सर्दियों में साग के सेवन के बाद कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.
क्या रात में खाना चाहिए साग?सर्दियों से बचाव के टिप्स देते हुए पीलीभीत के वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. आदित्य पांडे ने लोकल 18 को बताया कि वैसे तो लोगों को सर्दियों में अधिक से अधिक हरी साग सब्जियों का सेवन करना चाहिए. लेकिन रात में लोगों साग खाने से बचना चाहिए. ऐसा एसलिए क्योंकि आयुर्वेद में माना जाता है कि साग को पचाने के लिए 1000 कदम चलना होता है, सर्द रातों में होने वाले आलस के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाता. यदि आप रात में साग के सेवन के बाद आप 1000 कदम या फिर उसी अनुसार शारिरिक श्रम कर सकते हैं तो साग आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होगा.
दूध पीने से पहले इस बात का रखें ध्यानसर्दियों में देखा जाता है कि दूध पीने पर बलगम जमने की समस्या होने लगती है. लेकिन अगर दूध पीने से पहले उसे उबालते समय उसमें सौंफ व अदरक मिला ली जाए. तो पहले तो दूध का स्वाद भी बढ़ेगा वहीं अदरक व सौंफ को चबाकर खाने से शरीर में उष्मा भी बरकरार रहेगी.
Tags: Health News, Life18, Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 21:02 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.